छबड़ा (बारां). जिले में वैष्णव अग्रवाल पंचायत और अग्रवाल महिला जागृति संगठन ने समाज की कुरीतियों को तोड़ते हुए एक विवाह संपन्न कराया, जो जिले में ही नहीं बल्कि प्रदेश भर में एक मिसाल है. जिसकी समाज ही नहीं बल्कि जिले के लोग भी तारीफ करते हुए नहीं थक रहे. छबड़ा के अटरू रोड स्थित भूतेश्वर महादेव मंदिर पर यह विवाह कराया गया. जिसमें समाज की ओर से दूल्हा-दुल्हन का गठबंधन किया और शिव मंदिर में नव विवाहित जोड़े ने विधि विधान से पूजा अर्चना के बाद पंचाभिषेक कराकर विवाह पूरा हुआ.
पिता ने अपनी बेटी को दो लाख रुपए में बेचा
यह विवाह इसलिए विशेष है कि पिता के द्वारा शादी के नाम पर अपनी बेटी को दो लाख रुपए में बेचा गया, उसके बाद पति के जुल्मों से तंग आकर महिला ने तलाक ले लिया. साथ ही चित्तौड़गढ़ स्थित अपनी सहेली के घर यहां शरण ली, लेकिन समय को यह भी मंजूर नहीं था.
पति के चंगुल से निकली तो दोस्ती ने दिया दगा
सहेली भी बेरहम निकली और और अपनी दोस्त को ही 30 हजार में बारां जिले के पिपलोद निवासी माइकल को बेच दिया. लेकिन इसे समय का फेर कहें बदकिस्मती वहां भी जुल्मों से तंग आकर बारां शहर आई. अग्रवाल समाज के द्वारा महिला को शरण दी गई और समाज ने जिले में एक पहल करते हुए उसकी शादी कर नई जिंदगी की शुरूआत करवाई.
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अग्रवाल समाज ने की महिला की मदद
अग्रवाल समाज की ओर से बारां शहर में चूरु निवासी महिला का विवाह श्योपुर निवासी से करवाया है. दुल्हन के 4 साल एक बच्चा भी है. आज के वक्त यह शादी जिले भर में चर्चा का विषय बनी हुई है. शादी संपन्न करवाने में समाज के साथ अग्रवाल समाज के अध्यक्ष विष्णु गर्ग व अग्रवाल महिला जागृति संगठन की अध्यक्ष मंजू गर्ग सहित समाज के लोगों का विशेष सहयोग रहा.