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बारां: गाजर घास किसानों के लिए बन गई मुसीबत, किसान परेशान - news of baran

बारां जिले के अंता क्षेत्र में गाजर घास किसानों के लिए अभिशाप बनकर सामने आ रही है. इससे न केवल किसानों की भूमि ही गिरफ्त में आती जा रही है बल्कि गाजर घास की चपेट में आने से किसानों को चर्म रोग का भी शिकार होना पड़ रहा है.

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Published : Oct 27, 2019, 8:36 AM IST

अंता (बारां). क्षेत्र में गाजर घास किसानों के लिए अभिशाप बनकर उभर कर सामने आ रही है. गाजर घास से न सिर्फ बारां जिला ही प्रभावित है बल्कि इसने धीरे-धीरे सम्पूर्ण हाड़ौती क्षेत्र को अपनी चपेट में लेना भी शुरू कर दिया है. अब तो गाजर घास का जगह-जगह विकराल रूप देखने को मिल रहा है. इसे लेकर किसान काफी चिंतित नजर आ रहे हैं.

खेतों में उग रही गाजर घास ने बढ़ा दी किसानों की मुसीबतें

दूसरी ओर कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों की ओर से किसानों को समय समय पर दी जा रही सलाह का भी अभी तक कोई असर नजर नहीं आ रहा है. इसके कई कारण हो सकते है या तो किसान कृषि वैज्ञानिकों की सलाह का पालन नहीं कर रहे हैं या फिर सलाह के आधार पर अपनाई गई तकनीक का भी कोई असर नहीं हो रहा है.

पढ़ेंः दीपावली पूजन के लिए शाम 5:45 बजे से रात 8:19 बजे तक का मुहूर्त श्रेष्ठ, मुहूर्त के साथ जानें पूजन विधि भी

वर्तमान में क्षेत्र में आलम यह है की जिधर भी नजर दौड़ाई जाई, उधर ही गाजर घास नजर आएगी. परन्तु लाख प्रयासों के बावजूद इसका तोड़ नजर नहीं आ रहा है. ऐसे में दिनों-दिन यह क्षेत्र में बड़ी मात्रा में फैलती ही जा रही है. कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉक्टर डीडी सिंह ने इसके समाधान सुझाए हैं.

पढ़ेंः करंट की चपेट में आए युवक ने तोड़ा दम, 20 दिन से था अस्पताल में भर्ती

दूसरी ओर लम्बे समय से हाड़ौती क्षेत्र में फैल रही इस गाजर घास की रोकथाम के लिए सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है. जबकि इससे किसानों की जमीन की उर्वरा शक्ति नष्ट होती जा रही है. ऐसे में किसानों ने सरकार से भी इस ओर ठोस कदम उठाने की मांग की है.

अंता (बारां). क्षेत्र में गाजर घास किसानों के लिए अभिशाप बनकर उभर कर सामने आ रही है. गाजर घास से न सिर्फ बारां जिला ही प्रभावित है बल्कि इसने धीरे-धीरे सम्पूर्ण हाड़ौती क्षेत्र को अपनी चपेट में लेना भी शुरू कर दिया है. अब तो गाजर घास का जगह-जगह विकराल रूप देखने को मिल रहा है. इसे लेकर किसान काफी चिंतित नजर आ रहे हैं.

खेतों में उग रही गाजर घास ने बढ़ा दी किसानों की मुसीबतें

दूसरी ओर कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों की ओर से किसानों को समय समय पर दी जा रही सलाह का भी अभी तक कोई असर नजर नहीं आ रहा है. इसके कई कारण हो सकते है या तो किसान कृषि वैज्ञानिकों की सलाह का पालन नहीं कर रहे हैं या फिर सलाह के आधार पर अपनाई गई तकनीक का भी कोई असर नहीं हो रहा है.

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वर्तमान में क्षेत्र में आलम यह है की जिधर भी नजर दौड़ाई जाई, उधर ही गाजर घास नजर आएगी. परन्तु लाख प्रयासों के बावजूद इसका तोड़ नजर नहीं आ रहा है. ऐसे में दिनों-दिन यह क्षेत्र में बड़ी मात्रा में फैलती ही जा रही है. कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉक्टर डीडी सिंह ने इसके समाधान सुझाए हैं.

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दूसरी ओर लम्बे समय से हाड़ौती क्षेत्र में फैल रही इस गाजर घास की रोकथाम के लिए सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है. जबकि इससे किसानों की जमीन की उर्वरा शक्ति नष्ट होती जा रही है. ऐसे में किसानों ने सरकार से भी इस ओर ठोस कदम उठाने की मांग की है.

Intro:बारां जिले के अंता क्षेत्र में गाजर घांस किसानों के लिए अभिशाप बनकर उभर कर सामने आ रही है ।इससे न केवल किसानों की भूमि ही गिरफ्त में आती जा रही है बल्कि गाजर घास की चपेट में आने से किसानों को चर्म रोग का भी शिकार होना पड़ रहा है ।Body:
अंता (बारां) गाजर घास से न सिर्फ बारां जिला ही प्रभावित है बल्कि इसने धीरे धीरे सम्पूर्ण हाड़ौती क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया है ।अब तो गाजर घांस का जगह जगह विकराल रूप देखने को मिल रहा है । इसे लेकर किसान काफी चिंतित नजर आ रहे है ।दूसरी ओर कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को समय समय पर दी जा रही सलाह का भी अभी तक कोई असर नजर नही आ रहा है ।या तो किसान कृषि वैज्ञानिकों की सलाह की पालना नही कर रहे है या फिर सलाह के आधार पर अपनाई गई तकनीक का भी कोई असर नही हो रहा है ।
आज क्षेत्र में गाजर घांस का यह आलम है की जिधर भी नजर दौड़ाओ उधर गाजर घांस नजर आएगी ।परन्तु लाख प्रयासों के बाउजूद इसका तोड़ नजर नही आ रहा है ।ऐसे में दिनों दिन यह क्षेत्र में फैलती ही जा रही है ।
कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉक्टर डीडी सिंह का कहना है कि गाजर घांस से छुटकारा पाने के लिए किसानों को पवार के बीजों को इक्कट्ठा करके बुआई की जानी चाहिए जिससे यह गाजर घांस को रिप्लेक्स कर देगा ओर किसानों की जमीन स्वस्थ रहेगी ।
दूसरी ओर लम्बे समय से हाड़ौती क्षेत्र में फेल रही इस गाजर घांस की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा भी कोई कदम नही उठाया जा रहा है ।जब कि इससे किसानों की जमीन की उर्वरा शक्ति नष्ट होती जा रही है ।ऐसे में किसानों ने सरकार से भी इस ओर ठोस कदम उठाने की मांग की है ।

बाइट- लक्ष्मण सुमन किसान
बाइट-कृषि विज्ञान केंद्र प्रभारी डीडी सिंहConclusion:
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