छबड़ा (बारां). थाना क्षेत्र के खेरखेड़ा मीणा गांव में 5 दिन पहले दो पक्षो में झगड़ा हुआ था. इस दौरान बबलू मीणा नाम के व्यक्ति की मौत हो गई थी. जिसके बाद मृतक के के परिजनों ने रोष जताते हुए आरोपियो की गिरफ्तारी की मांग की थी. साथ ही कहा था कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तार नहीं हो जाती है तब तक वे मृतक का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. ऐसी स्थिति में रात भर पुलिस और मृतक के परिजनों के बीच विवाद जारी रहा और पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील रहा.
वहीं, दूसरी ओर मृतक बबलू मीणा के शव के अंतिम संस्कार करने को लेकर पुलिस और परिजनों के बीच रात-भर जद्दोजहद चलती रही. जिसके बाद आखिर डीएसपी ओमेंद्र शेखावत मौके पर पहुंचे और परिजनों से समझाइश की जिसके बाद वे अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए, लेकिन मृतक के परिजनों ने पुलिस पर रात में ही शव का अंतिम संस्कार करने का दबाव बनाने का आरोप लगाया है.
हालांकि पुलिस ने ऐसी किसी भी बात से इनकार कर दिया है. पुलिस ने बताया कि परिवार की समझाइश पर ही शव का अंतिम संस्कार सुबह करने की बात कही गई थी और गांव में एहतियात के तौर पर पुलिस लगाई गई थी, ताकि कोई विवाद न हो. साथ ही घटना वाले दिन ही दोनों पक्षों की ओर से क्रॉस केस दर्ज कर लिया गया था और एक पक्ष के 3 लोगों को राउंड अप कर लिया गया था. मृतक के परिजनों की ओर से दर्ज कराए गए नाम के आधार पर आरोपियों की भी पुलिस सघनता से तलाश कर रही है.
पढ़ेंः ब्यूरोक्रेसी के अगले मुखिया पर असमंजस, CS राजीव स्वरूप को नहीं मिला अब तक एक्सटेंशन
गौरतलब है कि 5 दिन पहले मृतक बबलु मीणा और आरोपियों के बीच जुए में 150 रुपए हारने को लेकर विवाद हो गया था. आरोपियो ने मृतक के साथ मारपीट की थी जिससे बबलू गंभीर रुप से घायल हो गया था. जिसके बाद बबलू को बारां से कोटा रेफर कर दिया गया था. जहां मंगलवार को कोटा चिकित्सलाय में उपचार के दौरान घायल बबलू की मौत हो गई.