बारां. पार्वती, परवन, काली सिंध नदी पूरें उफान पर चल रही हैं. वहीं राजस्थान से लगी मध्य प्रदेश की सीमा के कई मार्ग अवरूद्ध हो गए हैं. रात में कोटा से गुना बीना रूट पर चलने वाली ट्रेनों को रोक दिया था, जिसके कारण यात्रियों को भी परेशानी हो रही है. गुरुवार शाम से कवाई के पास बस में फंसे 40 से 50 लोगों को शुक्रवार सुबह रेस्क्यू करके बाहर निकाला गया है.
वहीं जिले में कई एनडीआरएफ टीम को सूचना मिलने पर लोगों को निकालने का काम तेजी से चल रहा है. बारां शहर में भी अधिकांश क्षेत्रों में पानी भरने से लोग सहमें हुए हैं. जिससे जिला प्रशासन ने भी अलर्ट जारी कर रखा है. इस दौरान छबड़ा-छीपाबड़ौद भी बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है. यहां घर दुकानों में पानी भर गया है और बाजार तालाब बन गए हैं. दुकानों में भरे पानी से लोगों का लाखों का नुकसान हो गया है और लोग घर के दूसरी मंजिल पर कैद हो गए हैं.
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ल्हासी बांध से 16 हजार क्यूसिक पानी छोड़ने से दर्जनों गांव में पानी भर गया है. वहीं रात में ट्रेनों को भी छबड़ा और अटरू में रोक दिया गया है. जिन्हें अब सुबह संचालन के लिए बहाल किया जा रहा है. वहीं अटरू चिकित्सालय में पानी भर गया है, जिससें बहुत परेशानी हो रही है. बारां से झालावाड़, श्योपुर, गुना, छबड़ा, छीपाबड़ौद सहित कई मार्ग बंद हैं. कई जगह लोग पानी के साथ अटखेलिया और पुलिया पारकर जान जोखिम में डालने से बाज नहीं आ रहें है.