शाहबाद (बारां). जिले के शाहबाद उपखंड क्षेत्र के केलवाड़ा वन क्षेत्र के जंगलों में जंगली जानवरों के आए दिन शिकार हो रहे हैं. लेकिन इसको लेकर वन विभाग के कर्मचारियों और आला अधिकारी सतर्क दिखाई नहीं दे रहे हैं. इसके चलते जंगली जानवर अकाल मौत के शिकार हो रहे हैं. केलवाड़ा क्षेत्र में भी हिरण के शिकार होने की आशंका जताई जा रही है.
बता दें कि केलवाड़ा वन रेंज के चंदनहेड़ा गांव के पास खेतों में हिरण के कटे हुए सींग पड़े मिले हैं. इसकी सूचना किसान नंदकुमार भार्गव ने वन विभाग के आला अधिकारियों को दी. लेकिन सूचना के 1 घंटे बाद भी मौके पर कोई वन विभाग के कर्मचारी नहीं पहुंचे. इसके चलते ग्रामवासियों में रोष नजर आया.
लोगों का कहना है कि क्षेत्र में 150 से ज्यादा हिरण हैं, लेकिन वन विभाग की ओर से उनकी सुरक्षा नहीं की जा रही है. इसके चलते आए दिन हिरणों का शिकार हो रहा है. हिरण के कटे हुए सींग मिले हैं. इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि हिरण का शिकार हुआ है. वहीं वन विभाग के रेंजर ने इस संबंध में कहा कि जांच के बाद ही शिकार की पुष्टि हो पाएगी.
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लोगों का कहना है कि शाहबाद क्षेत्र के जंगलों में रहने वाले जंगली जानवर या तो नेशनल हाईवे 27 पर दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं, या फिर शिकारियों के चंगुल में फंस जाते हैं. लेकिन वन विभाग के आला अधिकारियों की आंख नहीं खुलती है. इससे धीरे-धीरे जंगली जानवरों के शिकार में बढ़ोतरी हो रही है. इससे पहले भी शाहबाद क्षेत्र के जंगलों में नीलगाय के कटे हुए पैर मिले थे. इलाके में जरख का शिकार, भालू के शिकार हो चुका हैं. लेकिन अभी तक इन मामलों में वन विभाग के आला अधिकारी अलर्ट होते दिखाई नहीं दिए. इसके चलते जंगलों में शिकार करने वाले शिकारियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं.