शाहबाद (बारां). राज्य सरकार के निर्देशों के बाद अब लॉकडाउन के दौरान प्रवासी श्रमिकों को उनके घर पहुंचाया जा रहा है. इस दौरान जिला कलेक्टर इंद्र सिंह राव और पुलिस अधीक्षक डॉ. रवि कुमार ने बॉर्डर की व्यवस्थाओं का जायजा लिया. साथ ही बाहर से आए प्रवासी मजदूरों से बात करके उन्हें घर भेजने के लिए आश्वस्त किया और क्वॉरेंटाइन सेंटर्स का भी निरीक्षण करके व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उनके साथ एसडीएम दीनानाथ बब्बल, तहसीलदार हरि प्रकाश गुप्ता और विकास अधिकारी छुट्टन लाल मीणा सहित उपखंड के कई अधिकारी मौजूद थे.
पढ़ें: लॉकडाउन से बढ़ी चुनौतियां, निर्यात कारोबारियों ने सरकार को दिए सुझाव
वहीं, बारां के कस्बा थाना क्षेत्र में राजस्थान-मध्य प्रदेश बॉर्डर पर मजदूरों को छोड़ने आई बस में साफ तौर से सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती नजर आई. बस में महिलाएं और बच्चे भी सवार थे. बताया ये भी जा रहा है कि बस में सवार मजदूरों और उनके परिवार के सदस्यों को ना तो सैनिटाइजर उपलब्ध कराया गया और ना ही मास्क मिले. इससे मजदूरों के परिवारोंमें कोरोना संक्रमण का खतरा बना हुआ है.
पढ़ें: एयरलाइंस ने फिर शुरू की बुकिंग...1 जून से शुरू हो सकता है फ्लाइट का संचालन
थाना प्रभारी राजपाल सिंह तोमर ने बताया कि मध्य प्रदेश से आने वाले लोगों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है. केवल परमिशन के साथ आने वाले वाहनों को ही सीमा में प्रवेश दिया जा रहा है. बिना किसी कार्य से आने वाले लोगों को वापस भेजा जा रहा है. साथ ही चौकी पर प्रवासी मजदूरों के लिए पानी और छाया की व्यवस्था की गई है, जिससे लोगों को परेशानी ना हो. वहीं,जो लोग बाहर से आ रहे हैं, उन्हें चिकित्सा विभाग की जांच के बाद क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है.