ETV Bharat / state

बारां नगर परिषद बोर्ड की बैठक में हंगामा, विपक्षी पार्षदों ने फेंकी कुर्सियां-टेबल

बारां नगर परिषद की बोर्ड बैठक में विपक्ष ने हंगामा कर दिया. बैठक में टेबल और कुर्सियां फेंकी गई. विपक्षी पार्षदों ने विकास कार्यों में भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया.

Baran municipal council, Baran news
बारां नगर परिषद की बैठक में हंगामा
author img

By

Published : Aug 17, 2021, 7:10 PM IST

Updated : Aug 17, 2021, 10:47 PM IST

बारां. नगर परिषद बोर्ड की प्रथम बैठक हंगामेदार रही. बोर्ड गठन के 9 महीने बाद हुई प्रथम बैठक में विपक्षी पार्षदों ने विकास कार्यों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए टेबल और कुर्सियां फेंककर हंगामा कर दिया. ऐसे में बैठक को खत्म करना पड़ा.

बारां नगर परिषद के गठन के 9 महीने के बाद हुई बोर्ड की पहली बैठक में विपक्षी पार्षदों ने विकास कार्यों मे भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए टेबल व कुर्सियां फेंकते हुए हंगामा किया. बैठक के दौरान उप सभापति नरेश गोयल की ओर से नव गठित बोर्ड के बाद किए गए 48 करोड़ 75 लाख रूपये कार्यों की सूची पार्षदों को सौंपी. साथ ही इसे अनुमोदन करने का आग्रह सदन से किया. इस पर विपक्ष के नेता दिलीप शाक्यवाल ने सूचीबद्ध किए गए कार्यों के बारे में पूर्व में जानकारी नहीं देने का आरोप लगाते हुए हंगाम कर दिया. देखते ही देखते हंगामा इतना ज्यादा बढ़ गया कि महिला पार्षदों ने टेबल-कुर्सियां फेंक दी.

बारां बोर्ड की बैठक रही हंगामेदार

यह भी पढ़ें. राजस्थान की सियासत से जुड़े सवाल पर फिर बोले माकन- 'वर्क-इन-प्रोग्रेस', पार्टी तय करेगी मंत्रिमंडल विस्तार

हंगामे को देखते हुए आयुक्त मनोज मीणा बैठक समाप्ति की घोषणा करते हुए निकलने लगे. इस पर पार्षदों ने उन्हें घेर लिया. जिसके बाद में उपसभापति ने बीच-बचाव करते हुए बाहर निकाला. नेता प्रतिपक्ष दिलीप ने नगर परिषद आयुक्त और कांग्रेस बोर्ड के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि विकास कार्यों की जिस सूची का अनुमोदन बोर्ड करवाना चाहता था, उनमें से ज्यादातर काम धरातल पर हुए ही नहीं.

बारां. नगर परिषद बोर्ड की प्रथम बैठक हंगामेदार रही. बोर्ड गठन के 9 महीने बाद हुई प्रथम बैठक में विपक्षी पार्षदों ने विकास कार्यों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए टेबल और कुर्सियां फेंककर हंगामा कर दिया. ऐसे में बैठक को खत्म करना पड़ा.

बारां नगर परिषद के गठन के 9 महीने के बाद हुई बोर्ड की पहली बैठक में विपक्षी पार्षदों ने विकास कार्यों मे भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए टेबल व कुर्सियां फेंकते हुए हंगामा किया. बैठक के दौरान उप सभापति नरेश गोयल की ओर से नव गठित बोर्ड के बाद किए गए 48 करोड़ 75 लाख रूपये कार्यों की सूची पार्षदों को सौंपी. साथ ही इसे अनुमोदन करने का आग्रह सदन से किया. इस पर विपक्ष के नेता दिलीप शाक्यवाल ने सूचीबद्ध किए गए कार्यों के बारे में पूर्व में जानकारी नहीं देने का आरोप लगाते हुए हंगाम कर दिया. देखते ही देखते हंगामा इतना ज्यादा बढ़ गया कि महिला पार्षदों ने टेबल-कुर्सियां फेंक दी.

बारां बोर्ड की बैठक रही हंगामेदार

यह भी पढ़ें. राजस्थान की सियासत से जुड़े सवाल पर फिर बोले माकन- 'वर्क-इन-प्रोग्रेस', पार्टी तय करेगी मंत्रिमंडल विस्तार

हंगामे को देखते हुए आयुक्त मनोज मीणा बैठक समाप्ति की घोषणा करते हुए निकलने लगे. इस पर पार्षदों ने उन्हें घेर लिया. जिसके बाद में उपसभापति ने बीच-बचाव करते हुए बाहर निकाला. नेता प्रतिपक्ष दिलीप ने नगर परिषद आयुक्त और कांग्रेस बोर्ड के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि विकास कार्यों की जिस सूची का अनुमोदन बोर्ड करवाना चाहता था, उनमें से ज्यादातर काम धरातल पर हुए ही नहीं.

Last Updated : Aug 17, 2021, 10:47 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.