छबड़ा (बारां). अवैध खनन करते समय कढार के नीचे दबने से दो मजदूरों की मौत हो गई. जिसके बाद मृतकों के गुस्साए परिजनों ने वन विभाग और थाने के बाहर जमकर हंगामा किया. बता दें कि दोनों मजदूरों को शुक्रवार को ही खनन माफियाओं ने काम पर लगाया था.
मृतक रवि और सोनू के परिजनों ने बताया कि गुगोर किले के नीचे हर दिन खनन माफियाओं द्वारा बिना रोक-टोक के जमकर बजरी का खनन किया जा रहा है. जहां 2 नए मजदूरों को खनन कार्य पर लगाया गया था. जहां रेती की कढार ढहने से रवि 22 वर्षीय और सोनू 19 वर्षीय रेत के नीचे दब गए. जिसके बाद मौके पर मौजूद ट्रैक्टर चालक दोनों दबे मजदूरों को वहीं छोड़ भाग गए. ग्रामीणों ने बेहद मुश्किल से दोनों मजदूरों को रेत के नीचे से निकाला. लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी.
यह भी पढ़ें : दौसा : हाइवे निर्माण के लिए खेत से निकाली मिट्टी, गड्ढे में डूबने से दो बच्चों की मौत
ग्रामीण घटना के बाद से ही आक्रोशित हैं. उन्होंने खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए पहले तो वन विभाग और उसके बाद थाने के सामने मृतकों के शव को रखकर प्रदर्शन किया. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे एडिशनल एसपी विजय स्वर्णकार ने प्रदर्शनकारियों से समझाइश कर शवों को उठवाया. जिसके बाद दोनों मृतकों के शवों को छबड़ा चिकित्सालय की मोर्चरी में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.