घाटोल(बांसवाड़ा). जिले के घाटोल उपखंड के नरदई पाड़ा ,कानजी का गढ़ा, चौकड़ी गांव के हरोडैम क्षेत्र के डूब में प्रभावित किसानों से रूबरू होकर किसानों की समस्या से सांसद कनकमल कटारा को अवगत कराया गया.
सांसद ने किसानों की समस्या को संसद में उठाकर उनकी समस्या का जल्द समाधान कराने का आश्वासन दिया. किसानों की ओर से सांसद कनकमल काटारा को बताया गया कि 1957 में हरोडैम के निर्माण के दौरान सरकार ने किसानों को उनकी जमीन का मुआवजा दिया था.
जिसे किसानों ने सरकार को वापस लौटाते हुए एक सीजन की फसल बुवाई की अनुमति मांगी थी. जिसके बाद अब हरोडैम के पानी से जिस जमीन की सिंचाई की जाती है. वहां, माही की केनाल का पानी भी पहुंच रहा है. ऐसे में हरोडैम के पानी का सिंचाई में उपयोग कम लिया जा रहा है, लेकिन डैम की भराव क्षमता को कम नहीं किया गया है. ऐसे में हरोडैम बेकवाटर क्षेत्र के किसानों की 5 हजार बीघा कृषि भूमि डूब क्षेत्र से प्रभावित है.
जिससे किसानों को नुकसान हो रहा है. जिसके बाद किसानों ने सांसद से मांग की है कि हरोडैम की भराव क्षमता 12 फिट रखी जाए ताकि डूब क्षेत्र में किसानों का 5 हजार बीघा से अधिक जमीन पर खेती हो सके. इस दौरान कार्यक्रम में सांसद कनकमल काटारा ने बीजेपी सरकार की ओर से पारित किसान बिल के बारे में किसानों को जानकारी दी.
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सांसद ने बताया कि किसान हितैषी मोदी सरकार किसानों को अपनी फसल का बाजार में उचित दाम नहीं मिलने के कारण मोदी सरकार किसान बिल लेकर आई है. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस ये नहीं चाहती है कि यह बिल लागू हो और किसानों को इसका फायदा मिले. इसलिए कांग्रेस किसानों को किसान बिल को लेकर गुमराह कर रही है. इस दौरान कार्यक्रम में घाटोल विधायक हरेन्द्र निनामा, अमरथुन सरपंच गौतमलाल, बड़ी पडाल सरपंच धूलेश्वर आदि मौजूद रहे.