बांसवाड़ा. आदिवासी समाज का प्रतिनिधित्व करने वाली द्रौपदी मुर्मू देश की महामहिम होंगी (Vagad Tribe Gaurav Yatra). उनके शपथ ग्रहण समारोह से ठीक पहले भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया आदिवासी बहुल बांसवाड़ा और डूंगरपुर की पदयात्रा कर रहे हैं. मीडिया से बातचीत में उन्होंने पार्टी की रणनीति की ओर इशारा किया. नेतृत्व से लेकर राजस्थान के भविष्य की कुंजी केन्द्र के हाथों में सौंपने तक का संकेत दिया.
2023 में केन्द्र के चरणों में होगा राजस्थान: पूनिया भाजपा की जीत को लेकर आश्वस्त दिखे (Satish Poonia On Mission 2023). उन्होंने कहा 2023 में भारतीय जनता पार्टी अराजक कांग्रेस को पूरी तरह उखाड़ फेंकेगी और केंद्र के चरणों में राजस्थान की सत्ता रख देगी. फिर केंद्र चाहेगा जिसे इस सत्ता के शिखर पर बैठ आएगा. प्रदेश की कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा कि रोजगार मिल नहीं रहा है और भ्रष्टाचार लगातार बढ़ रहा है.
पूनिया की गौरव यात्रा: माता त्रिपुरा सुंदरी मंदिर से भारतीय जनता पार्टी की दो दिवसीय जनजाति गौरव पदयात्रा (Droupadi Murmu Oath Taking Ceremony) बारिश के बीच रविवार सुबह करीब 8:30 बजे प्रारंभ हो गई है. 24 और 25 जुलाई तक 45 किलोमीटर की दूरी कदमों से नाप अपने लाव लश्कर समेत पूनिया एनडीए उम्मीदवार की जीत का महा उत्सव मना रहे हैं. इस यात्रा में एकजुटता का संदेश देने की कोशिश भी दिखती है. क्षेत्र के वो नेता भी शामिल हैं जो वसुंधरा गुट के माने जाते हैं. करीब 45 किलोमीटर लंबी इस पद यात्रा का नेतृत्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया कर रहे हैं. इस पदयात्रा में भारतीय जनता पार्टी और उनके तमाम घटक दलों के सदस्य और पदाधिकारी भी शामिल हैं. .
शपथ ग्रहण LED Screen पर लाइव: देश में राष्ट्रपति के रूप में पहली आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू सोमवार को जब शपथ लेंगी तो भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर सतीश पूनिया बांसवाड़ा में आदिवासी समाज के बीच बैठकर इस क्षण को लाइव देखेंगे. इनके साथ ही सैकड़ों की संख्या में भाजपा के कार्यकर्ता पदाधिकारी और आदिवासी समाज के लोग होंगे.
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राजनैतिक निहितार्थ: इस महा जश्न का मैसेज साफ है. आदिवासी समाज को भाजपा की अहमियत समझाना और खुद को उनकी खैरख्वाह साबित करना. पार्टी जानती है कि इस इलाके को साधे बिना राह आसान नहीं होगी. 2023 की नईया पार लगाने में इनकी दरकार होगी. रविवार सुबह प्रारंभ हुई भारतीय जनता पार्टी की जनजाति गौरव पदयात्रा सोमवार को बेणेश्वर धाम पर जाकर संपन्न होगी. इस यात्रा के दौरान प्रदेश अध्यक्ष कई लोगों से बातचीत कर रहे हैं बच्चों से मुलाकात कर रहे हैं और उनके हालचाल भी जान रहे हैं. फिलहाल 9 में से केवल 3 पर भाजपा के विधायक हैं.
प्रदेश सरकार पर हमलावर पूनिया: अपनी यात्रा को शुरू करने से पहले सतीश पूनिया ने प्रदेश सरकार की नाकामियां गिनाईं. खासकर संत विजय दास के आत्मदाह को लेकर प्रहार किया. कहा- जहां साधु संत 500 से ज्यादा दिन से धरना दे रहे थे उसकी ओर सरकार ने क्यों ध्यान नहीं दिया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस की सरकार इसके लिए पूरी तरह से जिम्मेदार है. किसी भी हाल में सरकार इससे अपना पल्ला नहीं झाड़ सकती है.