बांसवाड़ा. राज्य के पूर्व मंत्री और भाजपा के प्रदेश महामंत्री सुशील कटारा रविवार को बांसवाड़ा आए. इस दौरान आगामी पंचायत राज चुनाव की रणनीति पर चर्चा के बाद उन्होंने मीडियाकर्मियों से भी बातचीत की. उन्होंने दावा किया कि डूंगरपुर और बांसवाड़ा में होने वाले पंचायत राज चुनाव में भारतीय जनता पार्टी जिला प्रमुख पद को लेकर पिछले 20 साल से चल रहे सूखे को खत्म करेगी और पंचायत समितियों से लेकर जिला परिषद तक अपना परचम फहराएगी.
एक सवाल पर उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से कांग्रेस डूंगरपुर और बांसवाड़ा में लंबे समय तक शासन में रही. लेकिन स्थानीय स्तर पर विकास को आगे नहीं बढ़ा पाए. इस कारण क्षेत्र के लोग कांग्रेस से ऊब गए. उसी का नतीजा है कि आज हमारे एमएलए प्रधान और मेंबर ऑफ पार्लियामेंट तक है. हमारे कामकाज के आधार पर निश्चित ही हम पंचायत समितियों के साथ-साथ जिला परिषद में भी बहुमत हासिल करेंगे.
पूर्व मंत्री ने कहा कि खुद मुख्यमंत्री ने 18 महीने से सचिन पायलट से बात नहीं करनी की बात कही है. दोनों ही लंबे समय से किसी बैठक में एक साथ नहीं बैठे. इसे लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता भी समझ गया है कि गहलोत केवल आपकी सीट बचाने के प्रयास में हैं. वहीं पायलट उनकी कुर्सी पर दृष्टि जमाए हुए हैं. इन दोनों की लड़ाई में प्रदेश की जनता पिस रही है.
पार्टी के प्रदेश महामंत्री ने कहा कि प्रदेश में अपराध लगातार बढ़ रहे हैं और आज स्थिति यह है कि देश में दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं. इसके लिए खुद मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं जिनके पास गृह मंत्रालय की कमान भी है. वह गृह मामलों में पूर्णतया कमजोर साबित हो रहे हैं. एक सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में अगले 5 साल तक बिजली के बिलों में किसी भी प्रकार की बढ़ोतरी नहीं करने का ऐलान किया था, लेकिन महज 2 साल में ही बिल राशि 50% से अधिक बढ़ गई.
कभी फिर रिनोवेशन तो कभी सर चार्ज आदि के नाम पर बिलो में लगातार बढ़ोतरी की जा रही है. कोरोना महामारी के इस दौर में बिजली के दामों में बढ़ोतरी से गरीब उपभोक्ताओं के कनेक्शन कटने के कगार पर पहुंच गए. इस दौरान घाटोल विधायक हरेंद्र निनामा, पूर्व प्रधान राजेश कटारा, पूर्व सभापति कृष्णा कटारा, अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष हकरू मईडा आदि भी मौजूद थे.