बांसवाड़ा. जयपुर राजमार्ग पर लूटपाट और चोरी की वारदातों के खिलाफ मंगलवार को पुलिस ने कार्रवाई करते हुए वारदातों में शामिल एक बड़ी गैंग के सरगना को दबोच लिया. प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी से अब तक मोटरसाइकिल चोरी समेत लूटपाट की एक दर्जन से अधिक वारदातों को कबूल करने की बात सामने आई है.
सदर थाना क्षेत्र के मांकोद पुलिया, चिड़िया वासा पुलिया बडलिया और कुपड़ा चौराहे के पास पिछले दो माह से मोटरसाइकिल चालकों के साथ रात में मारपीट कर उनकी मोटरसाइकिल, नकदी और मोबाइल छीनने की वारदातें लगातार बढ़ रही थी. पुलिस तमाम प्रयासों के बावजूद भी इन वारदातों को रोक नहीं पा रही थी. आखिरकार तत्कालीन जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने पुलिस उपाधीक्षक प्रभाती लाल की देखरेख में सदर थाना प्रभारी बाबूलाल मुरारिया के नेतृत्व में एक टीम गठित कर इन वारदातों को शीघ्र ट्रैस आउट करने के निर्देश दिए.
टीम कि ओर से साइबर सेल की तकनीक और मुखबीरों की सूचना के अनुसार 11 जून 2019 को पकड़े गए नरेश और गोविंद से इस मामले में कड़ी पूछताछ की गई. इसमें इस गैंग का सरगना निचला घंटाला निवासी हरीश पुत्र रामा चरपोटा होना सामने आया. पुलिस उसकी डेढ़ माह से तलाश कर रही थी कि नवनियुक्त जिला पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत ने हरीश की गिरफ्तारी पर 2 हजार का इनाम घोषित कर दिया.
पुलिस को मंगलवार को पुख्ता सूचना मिली की हरीश अपने घर पर आया है. पुलिस टीम ने तत्काल मौके पर पहुंचकर उसके मकान को घेर लिया और हरीश को दबोच लिया. आरोपी हरीश ने पूछताछ के दौरान अपने साथियों हाउसिंग बोर्ड बांसवाड़ा निवासी प्रियंक पुत्र प्रकाश राज भोई, निचला घंटाला निवासी विनोद पुत्र कांति चरपोटा, सागतलाई निवासी नरेश उर्फ सुनील पुत्र गजेंद्र बुज्ज और अनिल पुत्र राम लाल बुज कथा सुनील पुत्र खातू डिंडोर, रुजिया थाना सदर निवासी गोविंद उर्फ हुक्का पुत्र शंकर चरपोटा के साथ मिलकर 15 वारदातें अंजाम देने का गुनाह कबूल कर लिया.
इनमें बांसवाड़ा शहर के साथ आसपास के राजमार्गों पर मारपीट कर मोटरसाइकिल, नकदी और मोबाइल की लूटपाट और चोरी की वारदात करना बताया. थानाधिकारी गोरिया के अनुसार उसके दो साथियों को आबापुरा पुलिस ने गिरफ्तार किया है. सरगना हरीश से पूछताछ में और भी वारदातें खुलने की संभावना है.