बांसवाड़ा. जिले में कुछ दिनों पहले अपने घर से भागी किशोरी को पुलिस दस्तयाब कर ले आई, वहीं घर पर जाने से इनकार करने पर किशोरी को बाल संप्रेषण गृह भेजा गया. बता दें कि बाल गृह में शिफ्ट करने से पहले किशोरी को क्वॉरेंटाइन के लिए छात्रावास भेजा गया, लेकिन किशोरी वहां से भी पुलिस को गच्चा देकर भाग निकली.
मामला सिविल लाइन स्थित कन्या छात्रावास का है, जहां किशोरी को छात्रावास में क्वॉरेंटाइन रखा गया था. जानकारी के मुताबिक दोपहर में किशोरी बाथरूम का बहाना बनाकर सेंटर से बाहर निकली. वहीं सेंटर के स्टाफ और महिला कांस्टेबल उसकी मंशा को भाप नहीं पाए और किशोरी छात्रावास की पिछली दीवार की ओर गई और वहां से दीवार फांद कर भाग निकली. कुछ देर तक किशोरी वापस नहीं लौटी तो कर्मचारियों में खलबली मच गई.
बताया जाता है कि महिला कांस्टेबल ने उसका पीछा भी किया था, इस दौरान रास्ते में कांस्टेबल गिर पड़ी और उसे चोटें भी आई है. वहीं मामले को लेकर कोतवाली पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है. सब इंस्पेक्टर सलीम मोहम्मद के अनुसार किशोरी की ओर से उसके माता-पिता के पास जाने से इनकार किए जाने पर बाल न्यायालय की ओर से किशोरी को बाल संप्रेषण गृह भेजने का आदेश दिया गया था.
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वहीं सरकार की गाइडलाइन के अनुसार बाल संप्रेषण गृह भेजने से पहले किशोरी का कोरोना टेस्ट कराने के बाद उसे सिविल लाइन स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजा गया था. वहीं कोतवाली पुलिस के अनुसार यह किशोरी गत दिनों अपने घर से भाग गई थी, इस संबंध में कुशलगढ़ थाने में पोक्सो एक्ट के तहत प्रकरण भी दर्ज किया गया था.
बता दें कि 25 जून को किशोरी खुद ही पुलिस थाने पहुंच गई, लेकिन वह घर नहीं जाना चाहती थी. ऐसे में उसे बाल न्यायालय ने बाल संप्रेषण गृह भेजने का आदेश दिया था. फिलहाल कोतवाली पुलिस किशोरी की अलग-अलग जगहों पर तलाश कर रही है.