बांसवाड़ा. राज्य कृषि पर्यवेक्षक संगठन के बैनर तले जिले भर के कृषि पर्यवेक्षक दोपहर में कलेक्ट्रेट पहुंचे. कलेक्ट्रेट गेट के बाहर अपनी मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी कर की.
संगठन का कहना है कि यह प्रदेश व्यापी आंदोलन का आगाज हो गया है. मांगे नहीं माने जाने पर क्रमिक आंदोलन चलता रहेगा. प्रदेश में कृषि पर्यवेक्षकों के पद बड़ी संख्या में रिक्त चल रहे हैं और कृषि पर्यवेक्षक चार- चार ग्राम पंचायतों का काम करने को मजबूर है.
बता दें कि संयुक्त संघर्ष समिति के मांगों में 3600 ग्रेड देने, शिक्षकों को पद से ऑपरेट करके सहायक कृषि अधिकारी बनाना कृषि विस्तार योजना में प्रत्येक ग्राम पंचायत में कृषि पर्यवेक्षक का पद सृजित करने उद्यान और भूसंरक्षण विभाग में गाय के अधिकारियों पर शिक्षकों के पदों का सृजन करने के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य पटवारी ग्राम सचिव एएनएम की तरह कृषि प्रवेशक होगी हार्ड एलाउंसेस दिए जाने की मांग शामिल है.
कृषि पर्यवेक्षक संगठन के जिला अध्यक्ष ध्रुव शंकर पाटीदार के अनुसार जिले में 304 पंचायतों के मुकाबले वर्तमान में 170 पदों पर कृषि पर्यवेक्षक काम कर रहे हैं. उनका कहना है कि "हमारा यह आंदोलन जब तक मांगे नहीं मानी गई प्रदेश संगठन के निर्देशानुसार क्रमिक रूप से चलता रहेगा".आब ये देखना दिलचस्प होगा कि आगे इस मामले में क्या फैसले लिए जाते हैं.