कुशलगढ़ (बांसवाड़ा). सावन के अंतिम सोमवार को जिले में हिरण नदी किनारे स्थित प्राचीन सोमनाथ महादेव मंदिर से दोपहर 3 बजे भोलेनाथ की धूमधाम से शाही सवारी निकाली गई. शाही सवारी से पूर्व एकता समिति द्वारा कुशलगढ़ नगर को भगवा पताकाओं से सजाया गया. जिससे महाकाल की नगरी प्रकाशमयी नजर आई.
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सोमनाथ मंदिर से भगवान भोलेनाथ की आरती की गई. फिर भोलेनाथ की पालकी को एकता समिति के कार्यकर्ता कंधो पर उठाकर कस्बे के प्रमुख मार्गो से ले गए. वहां से रात्रि आठ बजे सवारी थांदला मार्ग स्थित नागनाथ महादेव पहुंची. इससे पूर्व शाही सवारी का कस्बे में फुलों की वर्षा के साथ भव्य स्वागत किया. ईद व शाही सवारी दोनों के आयोजन के अवसर पर कुशलगढ़ में सामाजिक एकता व सदभावना की मिसाल पेश की गई.
समिति के कार्यकर्ताओं में हर्षवर्धन पण्डया, हितेष भाई पडियार, नितिन सौलंकी, वैभव बैरागी, शनि परमार, आदित्य व्यास, भावेश पण्डया, मयंक टेलर, महेन्द्रप्रतापसिंह झाला,अरूण जोशी, प्रितेश पण्डया, विजय त्रिवेदी, जेपी बैरागी, आशिष टेलर, अनुज तंवर सहित तीन सौ से अधिक लोगों ने सहयोग किया. कानून व शांति व्यवस्था मे कुशलगढ़ सीआई हनुवंतसिंह सिसोदिया के निर्देशन में कुशलगढ, पाटन, सज्जनगढ, बांसवाडा से पुलिसकर्मी तैनात रहे.
भगवा परिधान में नजर आए कार्यकर्ता
शाही शोभायात्रा में महाकाल की पालकी में शाही सवारी, भीम तोप, घुड़सवार दल, श्री राम दरबार शाही बैण्ड, पारंपरिक वाद्धयंत्रो मौजूद रहे. साथ ही आदिवासी लोककला मंडल घरतारा, नासिक ढोल पार्टी, यश एण्ड ग्रुप धार भी शामिल रहा. ड्रोन कैमरे से शाही सवारी की निगरानी की गई. बीएम डीजे साउण्ड, झांझ और डमरू ग्रुप उज्जैन, महाआरती और महाप्रसादी का कार्यक्रम आकर्षण का केन्द्र रहा. वहीं, शाही सवारी में एकता समिति के कार्यकर्ता भगवा वस्त्रों में अलग ही रुप में नजर आए.
शाही सवारी का दर्जी मोहल्ला, मामजी मूर्ति, पीपली चौराहा, सब्जी मंडी चौराहा, रतलाम मार्ग, पाण्डवासाथ, रामगढ स्टेण्ड थांदला मार्ग पर लोगों ने भव्य स्वागत किया गया. कुशलगढ में सोमवार को निकाली गई शाही सवारी में शाही सवारी देखने आए हजारों श्रद्धालु भक्तों के लिए 20 क्विंटल से अधिक खिचड़ी, दूध व शीतल पेय की व्यवस्था की गई थी.