बांसवाड़ा. शहर में बिना किसी अनुमति के जुल्फीकार का जुलूस निकाला गया. इस दौरान में हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर आ गए. इस मामले में शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है. हालांकि, अभी नामों का खुलासा नहीं किया गया है. इससे पहले तीन रिपोर्ट में करीब 600 लोगों को आरोपी बनाया गया है.
इस मामले में शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है. इससे पहले तीन रिपोर्ट में करीब 600 लोगों को आरोपी बनाया गया है. प्रशासन और पुलिस की ओर से स्पष्ट रूप से सार्वजनिक कार्यक्रम में रोक लगाने के बावजूद बांसवाड़ा शहर में गुरूवार रात को जुल्फिकार का जुलूस निकाला गया. स्थिति यह हुई कि देखते ही देखते जगह-जगह भीड़ इकट्ठी हो गई और शहर में हजारों लोग सड़कों पर आ गए.
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शहर कोतवाल रतन सिंह चौहान के साथ ही अन्य जाप्ता इन्हें रोकने में पूरी तरह नाकामयाब रहा. कुछ जगह की क्टीयूआरटी को लगाया गया था. जिससे स्थिति कंट्रोल में रहे पर उनके साथ धक्का-मुक्की की गई. ऐसे में तत्काल कंट्रोल रूम को सूचना दी गई और कंट्रोल रूम से जिला कलेक्टर, एसपी और अन्य अधिकारियों को इसके संबंध में सूचित किया गया.
इस पर कलेक्टर अंकित कुमार सिंह के आदेश पर एसडीएम पर्वत सिंह चुंडावत के साथ ही एडिशनल एसपी, डीएसपी और तमाम अधिकारी शहर में दौड़ पड़े. हालात को देखते हुए पुलिस लाइन से जाप्ता बुलाया गया और इसके बाद पूरे जुलूस को रोक दिया गया. इसके बाद धार्मिक मान्यता के अनुसार कार्यक्रम संपन्न कराया गया. इस मामले में अभी तक यह जानकारी नहीं मिली है कि किन-किन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है. 1 दिन पहले ही कोतवाली पुलिस ने बिना अनुमति मेहंदी का जुलूस निकालने पर 300 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज किया था.