बांसवाड़ा. प्रदेश में पुलिस महकमे की ओर से no mask no entry को लेकर अभियान चलाया जा रहा है. इसके अंतर्गत कोरोना के साथ-साथ प्रताड़ित महिलाओं की आवाज भी सुनी जा रही है. अभियान आवाज नाम से चलाई जा रही इस मुहिम के अंतर्गत आज शाम यहां महिला पुलिस थाने में महिलाओं की एक बैठक रखी गई. इस दौरान कई महिलाओं ने व्यक्तिगत के साथ साथ सार्वजनिक समस्याओं को भी पुलिस के सामने रखा. पुलिस अधिकारियों ने कार्रवाई का भी आश्वासन दिया.
महिला और बाल विकास विभाग के सहयोग से आयोजित बैठक में प्रशिक्षु आईपीएस सहायक पुलिस अधीक्षक राजर्षि वर्मा मौजूद थे. बैठक के दौरान कुछ महिलाओं ने ससुराल पक्ष की ओर से प्रताड़ित किए जाने संबंधी अपनी व्यक्तिगत पीड़ा भी रखी. कई महिलाएं अपने साथ हो रहे अत्याचार को लेकर फफक पड़ी.
वर्मा ने उन्हें आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. कुछ महिलाओं ने बाहुबली कॉलोनी राती तलाई खंडू कॉलोनी आदि में शाम के वक्त पावर बाइकर की समस्या बताई. ट्यूशन और कोचिंग सेंटर के बाहर मनचलों के घूमने की भी शिकायत रखी गई. इस प्रकार के लोगों के खिलाफ कार्रवाई के लिए गश्त को और मजबूत किए जाने की जरूरत बताई गई.
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सहायक पुलिस अधीक्षक ने शिकायतों को नोट करते हुए आवश्यक कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया. थाना प्रभारी महिपाल सिंह ने प्रताड़ित महिलाओं से कहा कि वह कभी भी अपनी शिकायत के लिए थाने आ सकती है. उनकी शिकायत को गंभीरता से लिया जाएगा और हर संभव मदद दी जाएगी. महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक मंजू परमार, पार्षद सीता राणा सहित गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे.
सहायक पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत महिला संबंधी अधिनियम कानून की जानकारी देने के साथ-साथ जिला प्रशासन और शिक्षा महिला और बाल विकास और ग्रामीण विकास विभाग तथा गैर सरकारी संगठनों की मदद से पंचायत स्तर पर भी अपनी बात नाम से मुहिम शुरू की जाएगी. इसका मुख्य उद्देश्य लैंगिक समानता के साथ-साथ नारी सशक्तिकरण करना है.