बांसवाड़ा. 21 दिन के लॉक डाउन के बाद राज्य के कुछ हिस्सों में लागू किया गया मॉडिफाइड लॉकडाउन को लेकर लोग असमंजस का शिकार है. किन-किन लोगों को ये रियायत दी गई है, इसको लेकर शहर के कई लोग भ्रांतियों के चलते सड़कों पर आ गए हैं. प्रमुख चौराहों पर पुलिस की सख्ती देखी तो घबरा गए वहीं प्रमुख मार्गों पर पुलिस गश्त को देखकर कुछ स्थानों पर लोग पुलिस से उलझ गए, लेकिन पुलिस ने समझाइश के साथ-साथ अपनी सख्ती भी दिखाई. लोग बहानेबाजी करते दिखाई दिए, लेकिन पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी और अपने-अपने घरों की ओर रवाना किया. इस दौरान कई लोगों को पुलिस के डर के मारे गली मोहल्लों में भागते देखा गया.
मॉडिफाइड लॉकडाउन के दूसरे दिन मंगलवार को जिला पुलिस द्वारा शहर में अलग-अलग स्थानों पर चेकिंग कर और भी सख्त कर दिया गया है. लॉकडाउन में किन-किन लोगों को छूट रहेगी इस बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं होने के कारण बड़ी संख्या में लोग अपने वाहनों से सड़कों पर आ गए. इसे लेकर पुलिस अधिकारी भी परेशान दिखे, लेकिन पूर्ववत आदेशों की पालना करते हुए पुलिस कर्मियों ने सख्ती दिखाई. बुजुर्ग लोगों को समझाया बुझाया गया. यहां पर कुछ लोग बहाने बाजी से भी बाज नहीं आएय किसी ने मेडिकल तो किसी ने एटीएम और किसी ने किराना सामग्री खरीदारी के लिए बाहर आना बताया, लेकिन जब पुलिस ने एक-एक कर इस मामले में कड़ी पूछताछ का रास्ता अपनाया तो कई लोग माफी मांगते हुए वहां से रवाना हो गए.
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कुछ स्थानों पर लोग पुलिस से उलझते भी दिखाई दिए, जहां पुलिस ने सख्ती बरतते हुए उनके वाहन जप्त कर लिए और पैदल ही घरों के लिए रवाना कर दिया. ऐसे कई लोग आगे से बाहर नहीं निकलने की दुहाई देते हुए पुलिस से अपने वाहन छोड़ने की विनती करते भी दिखाई दिए. कुछ लोग गली-मोहल्लों में ही घूमते दिखे तो पुलिस ने अपनी गाड़ियां लगा दी. पुलिस टीमों को देखकर लोग इधर-उधर भाग कर खुद को बचाने के प्रयास में दिखाई दिए. कोतवाली थाना प्रभारी भल्लालादेवा के अनुसार मॉडिफाइड लॉकडाउन को लेकर असमंजस के चलते लोग मार्केट में निकले, जिन्हें समझा-बुझाकर घर रवाना किया गया, लेकिन जो लोग बहाने बाजी करते हुए पुलिस को गच्चा देने का प्रयास कर रहे थे, ऐसे लोगों के खिलाफ सख्ती बरतते हुए उनके वाहन जप्त किए गए है.