बांसवाड़ा. शिक्षकों के बाद अब पटवारी भी सरकार के खिलाफ मैदान में उतर आए हैं. प्रदेश के पटवारी आठ सूत्री मांग पत्र लागू करने की मांग को लेकर आंदोलित चल रहे हैं. इस समझौते को लागू कराने की मांग के समर्थन में शनिवार को पटवारियों ने जगह-जगह सद्बुद्धि यज्ञ कर सरकारी तंत्र का ध्यान खींचने का प्रयास किया. बांसवाड़ा में कलेक्ट्रेट के बाहर वेदी बनाकर हवन किया गया. संगठन ने इस मामले में आंदोलन को और तेज करने की चेतावनी भी दी है.
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राजस्थान पटवार संघ और सरकार के बीच 28 अप्रैल 2018 को 10 सूत्री मांगों को लेकर समझौता हुआ था. लेकिन अब तक एक भी बिंदु को लागू नहीं किया गया. इसे लेकर प्रदेश के पटवारियों में सरकार के खिलाफ नाराजगी बनी हुई है. मांग पत्र में एसीपी योजना के अंतर्गत 9/18/ 27 के स्थान पर 7/14/21 के क्रम में चयनित वेतनमान और कार्य की प्रगति के आधार पर ग्रेड पे 3600/ एल 10 की मांग प्रमुख है. अपनी इन मांगों की उपेक्षा के प्रति सरकार का ध्यान आकृष्ट करने के लिए जिलाध्यक्ष गिरवर सिंह लबाना की अगुवाई में बांसवाड़ा ब्लॉक के पटवारी कलेक्ट्रेट के बाहर जमा हुए.
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संगठन के आह्वान पर पटवारियों ने यहां सद्बुद्धि यज्ञ में भाग लेकर सरकार का अपनी मांगों की ओर ध्यान आकृष्ट कराया. सद्बुद्धि यज्ञ में जगदीश चारण, राजू निनामा, कालूराम मईडा, चिराग द्विवेदी, बसु डामोर, अरविंद आमलियार और विनय व्यास आदि ने आहुति दी. जिलाध्यक्ष लबाना ने कहा कि, 2 साल से सरकार ने समझौते की एक भी शर्त नहीं मानी है. इसी कारण आंदोलन फिर से शुरू किया जा रहा है. इसके बाद भी सरकार की उपेक्षा जारी रही तो आंदोलन को और भी उग्र किया जाएगा.