बांसवाड़ा. कुशलगढ नगरपालिका का रिकॉर्ड एक कमरे में कैद है और रद्दी बन रहा है. ऐसा लग रहा है कि पालिका प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है. शायद इसी के चलते रिकॉर्ड की सार संभाल नहीं हो रही है. पुराना रिकॉर्ड रद्दी की तरह बांधकर इधर-उधर रखा हुआ ऐसे दिखाई देता है कि मानों ये रिकॉर्ड किसी काम का ही नहीं है.
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पालिका कर्मचारियों ने अंग्रेजों के समय में बनी नगर पालिका के रिकॉर्ड को रद्दी की तरह पुराने भवन के एक कमरे में डाल दिया है. जहां रिकॉर्ड को दीमक चाट रही है. इतना ही नहीं पुराने भवन में बिजली की तार भी बेतरतीब लटके हुए हैं. ऐसे में शार्ट सर्किट और अन्य कारणों से निकली एक चिंगारी रिकॉर्ड को राख में तब्दील कर सकती है.
गौरतलब है कि कुशलगढ़ नगर पालिका आजादी से पूर्व की है, ऐसे में पालिका कार्यालय में करीब 100 वर्षों से ज्यादा समय के नक्शे, एनओसी और जन्म- मृत्यु पंजीकरण सहित अन्य रिकार्ड की प्रतियां रखी हुई हैं. यदि किसी को पुराना रिकॉर्ड की जरूरत पढ़ती है तो व्यक्ति को खुद ही काफी समय लगाकर रद्दी की तरह पड़े रिकॉर्ड के ढेर में से अपना रिकॉर्ड ढूंढना पड़ता है.
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इस बारे में निवर्तमान कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष जयंतीलाल कोवालिया, उपाध्यक्ष रमेश तलेसरा, कमलेश खमेसरा, चंद्रशेखर शर्मा सहित अन्य लोगों का कहना है कि नगर पालिका में एक रिकॉर्ड रूम बनाना चाहिए, जहां पर पुराने रिकॉर्ड को सुरक्षित रखा जा सके. ईओ ललित राठौर ने बताया कि रिकॉर्ड को ठीक ढंग से रखने की निर्देश दिए हैं. उसके बाद रिकॉर्ड को सही किया जा रहा है.