बांसवाड़ा. अजमेर विद्युत वितरण निगम के बांसवाड़ा वृत्त के निजीकरण के विरोध में चलाए जा रहे आंदोलन का विस्तार होने लगा लगा है. शनिवार को भारतीय मजदूर संघ डिस्कॉम के महामंत्री नरेंद्र सिंह राठौड़ के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने बांसवाड़ा पहुंचकर आंदोलन को और मजबूती प्रदान की.
बता दें कि, जब से अजमेर विद्युत वितरण निगम डिस्कॉम ने बांसवाड़ा वृत्त की एफआरसी और एमबीसी को ठेके पर दिया है, तब से भारतीय मजदूर संघ इंटक विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन और पावर एसोसिएशन संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले आंदोलन कर रहा है. इस आंदोलन को शनिवार को उस समय और बल मिल गया जब भारतीय मजदूर संघ के डिस्कॉम महामंत्री नरेंद्र सिंह राठौड़, जिला महामंत्री वीरेंद्र सिंह तंवर और सुरेश शर्मा यहां पहुंचे और आंदोलन को अपना समर्थन दिया. राठौड़ ने पहले निगम परिसर में ही विभिन्न कर्मचारी संगठनों के साथ संयुक्त बैठक की.
वक्ताओं ने निगम के इस निर्णय को गलत बताते हुए कहा कि ये निगम को बेचने का एक हथकंडा है. जब फाल्ट रिनोवेशन टीम और मीटर रीडिंग, बिल वितरण और संग्रहण का कार्य कर्मचारी कर रहे हैं तो, निगम प्रबंधन को आखिरकार इसे ठेके पर देने की क्या जरूरत आ गई. वहीं, कर्मचारी संगठनों ने इसके खिलाफ अपनी आवाज को और भी मुखर करने का ऐलान करते हुए आंदोलन को और प्रभावी करने का निर्णय लिया है.
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राठौड़ ने कहा कि, निजीकरण के विरोध में यहां कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसे अब अजमेर और जयपुर तक पहुंचाया जाएगा. इसके बाद भी यदि सरकार ने अपना निर्णय वापस नहीं लिया तो, उसके खिलाफ कोर्ट की शरण ली जाएगी. राठौर के अनुसार अब तक वो कई जिलों में जा चुके हैं और अजमेर डिस्कॉम क्षेत्र के जिलों में जाकर कर्मचारियों को एकजुट करने की कोशिश करने में जुटे हैं.