बांसवाड़ा. नगर परिषद बोर्ड के तीसरे सभापति कांग्रेस के जैनेंद्र त्रिवेदी बनें. सभापति पद के लिए हुए निर्वाचन के बाद त्रिवेदी को 18 मतों से निर्वाचित घोषित किया गया. इसके साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ता जश्न में डूब गए और आतिशबाजी के साथ त्रिवेदी को फूल मालाओं से लाद दिया. वहीं जुलूस निकाल नवनिर्वाचित सभापति को पार्टी कार्यालय लाया गया.
बता दें कि सुबह 10 बजे सभापति पद के लिए मतदान शुरू हुआ. जिसके आधे घंटे बाद ही कांग्रेस के सभी 36 पार्षद बस के जरिए मतदान स्थल पर पहुंच गए. रिटर्निंग ऑफिसर पर्वत सिंह चुंडावत द्वारा शपथ दिलाने के बाद नवनिर्वाचित पार्षदों ने मतदान किया और वहां से निकल गए. इसके ठीक 1 घंटे बाद भाजपा पार्षद अपने सभापति दावेदार ओम पालीवाल के नेतृत्व में अलग-अलग कारों के जरिए मतदान स्थल पर पहुंचे. मतदान के बाद पार्षदों को पार्टी फिर से अज्ञात स्थल पर ले गई. क्योंकि सभी 60 पार्षदों द्वारा मतदान किया जा चुका था.
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ऐसे में समय से पहले रिटर्निंग ऑफिसर चुंडावत ने मतगणना कर नतीजों की घोषणा कर दी गई. चुंडावत ने बताया कि कांग्रेस के जैनेंद्र त्रिवेदी को 60 में से 39 मत मिलें. जबकि उनके प्रतिद्वंदी भाजपा के ओम पालीवाल को 21 वोट हासिल हुए. इसके साथ ही त्रिवेदी को 18 वोटों के अंतराल से विजयी घोषित किया गया.
कांग्रेस के खाते में तीन अतिरिक्त मत
इस चुनाव में भाजपा के दो और कांग्रेस के एक निर्दलीय को भी कामयाबी हाथ लगी थी. बाद में दो निर्दलीय पार्षद फिर से भाजपा के साथ हो गए. लेकिन मतगणना के दौरान कांग्रेस को मिले मत को देखकर भाजपा और कांग्रेस के नेता भी अचंभित थे. तीन अतिरिक्त मत निर्दलीयों के थे और पार्टियों के बीच ही क्रॉस वोटिंग हुई. पार्टी नेता इस गणित को समझने में जुटे रहें. हालांकि, भाजपा सभापति पद के दावेदार नतीजे घोषित करने के तुरंत बाद रिटर्निंग ऑफिसर के पास पहुंचे और उनके समक्ष अपने दो निर्दलीय पार्षदों के होने का दावा किया.
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जश्न में दुबे कार्यकर्ता
जैसे ही त्रिवेदी के निर्वाचित होने की घोषणा की गई. कार्यकर्ता जश्न में मनाने लगें. वहीं बड़ी संख्या में पार्टी के लोग नगर परिषद कार्यालय पहुंच गए और जहां जमकर आतिशबाजी की गई. यहां से त्रिवेदी को जनजाति मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया और पूर्व मंत्री महेंद्र जीत सिंह मालवीय के साथ जुलूस के रूप में पार्टी कार्यालय लाया गया.