बांसवाड़ा. कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम में आर्सेनिक अल्ब नाम की एक होम्योपैथिक दवा काफी कारगर मानी जा रही है. यह इम्युनिटी पावर बढ़ाने में काफी सहायक है. दवा की अहमियत को देखते हुए सरकार कोरोना वायरस पीड़ितों की सेवा में जुटे हर कर्मवीर तक यह दवा पहुंचाने जा रही है. इसका जिम्मा होम्योपैथिक विभाग को सौंपा गया है.
सरकारी आदेश के बाद होम्योपैथिक चिकित्सक अलग-अलग टीमें बनाकर पुलिस प्रशासन से लेकर चिकित्सा और हर उस कर्मचारी तक पहुंच रहे हैं, जोकि कोविड-19 से पीड़ितों की सेवा में जुटे हैं. होम्योपैथिक चिकित्सक डॉक्टर के एल सालवी ने बताया कि एलोपैथी के साथ-साथ हमारा विभाग भी कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम की दिशा में काम कर रहा है. संदिग्ध रोगियों के सर्वे और स्क्रीनिंग का काम भी कर रहे हैं.
पढ़ेंः बांसवाड़ाः स्वास्थ्य बीमा और प्रोत्साहन राशि को लेकर हड़ताल पर उतरे नर्सिंग स्टूडेंट
वहीं होम्योपैथिक विभाग ने इम्यूनिटी पावर बढ़ाने में काफी कारगर आर्सेनिक अल्ब टेबलेट का वितरण भी अपने हाथ में ले लिया है. होम्योपैथिक डॉक्टर हर सरकारी विभाग में पहुंचकर कर्मचारी अधिकारियों को आर्सेनिक अल्ब टैबलेट उपलब्ध करा रहे हैं. गेहूं के दाने जैसी चार-चार गोलियां 3 से 4 दिन तक उपयोग में लेने की सलाह दी जा रही है. इस गोली से संबंधित व्यक्ति का इम्यूनिटी पावर तेजी से ग्रोथ करता है.
विभाग का कहना है कि कमजोर इम्यूनिटी पावर वाले लोगों को ही यह वायरस अपनी चपेट में लेता है. इसी कारण सरकार अपने हर कार्मिक को यह दवा उपलब्ध करा रही है. कुल मिलाकर इस वायरस से बचाव में यह दवा काफी अहम मानी जा रही है.
चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर कमलेश नायक के अनुसार डॉक्टरों की एक टीम पुलिस से लेकर प्रशासन और इस महामारी से जंग कर रहे हर कर्मचारी यह दवा पहुंचाई जा रही है. हर दिन तीन अलग-अलग विभागों तक पहुंच रही है. यह दवा एबिलिटी पावर बढ़ाने में काफी कारगर हैं.