बांसवाड़ा. गोविंद गुरु जनजाति विश्वविद्यालय का चतुर्थ दीक्षांत समारोह शनिवार को लोधा के निकट स्थित निजी सभागार में संपन्न हुआ. कार्यक्रम में राज्यपाल कलराज मिश्र की ओर से यूनिवर्सिटी के विभिन्न कक्षाओं के टॉपर को गोल्ड मेडल दिए गए. कुल 30 छात्र छात्राओं को गोल्ड मेडल प्रदान किए गए, जबकि 11 को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई. इस दौरान राज्यपाल मिश्र ने सभी को बधाई दी.
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर आईवी त्रिवेदी ने बताया कि कार्यक्रम में यूनिवर्सिटी के विभिन्न कक्षाओं के टॉपर को गोल्ड मेडल दिया गया. कुल 30 छात्र छात्राओं को गोल्ड मेडल प्रदान किए गए, जबकि 11 को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई. कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल कलराज मिश्र ने दीक्षांत समारोह में गोल्ड मेडल पाने वाले विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी.
राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि वागड़-कांठल की इस पावन धरा को सदियों तक शैक्षिक पिछड़ेपन से मुक्त करने की दिशा में श्री गोविन्द गुरू जनजातीय विश्वविद्यालय का योगदान रहा है. विश्वविद्यालय ने यहां के शैक्षणिक एवं बौद्धिक पर्यावरण को नए आयाम प्रदान करने में अपनी अहम भूमिका अदा की है. उन्होंने कहा कि अभाव में भी यहां के जनजाति एवं अन्य वर्ग अपनी सांस्कृतिक पहचान एवं स्वाभिमान को सहेज कर रखे हुए हैं. यहां का सांस्कृतिक वैभव, प्राकृतिक सौन्दर्य, नयनाभिराम अरावली की श्रृंखला के मध्य माही सरोवर की हिलोरें इस क्षेत्र को विशिष्ट स्थान का दर्जा प्रदान करती हैं.
समारोह में जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया ने कहा कि गोविन्द गुरु जनजाति विश्वविद्यालय के खुलने से जनजाति क्षेत्र में शिक्षा स्तर में क्रांति आई है. उन्होंने युवाओं से कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में चहुंमुखी विकास कर रही है. उच्च शिक्षा को लेकर भी अनेकों योजनाओं को शुरू किया है. उन्होंने कहा कि कॉलेज शिक्षा विभाग राजस्थान सरकार ने अकादमिक उत्कृष्टता के लिए राजीव गांधी छात्रवृत्ति योजना को शुरू किया है, जिसका प्रतिभावन छात्र -छात्राएं लाभ उठाएं.
राज्यपाल कलराज मिश्र शनिवार दोपहर तलवाड़ा हवाई पट्टी पर उतरे. राज्यपाल मिश्र के बांसवाड़ा पहुंचने पर बांसवाड़ा विधायक टीएडी मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया ने उनका स्वागत किया. गोविंद गुरु जनजाति विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल दूसरी बार पधारे.