बांसवाड़ा. भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति जयपुर और अपना परिवार बांसवाड़ा की तरफ से निशुल्क कृत्रिम अंग उपकरण वितरण शिविर का आयोजन किया गया. यह शिविर एक वाटिका में लगाया गया. यह शिविर यहां पहुंचे दिव्यांगों के चेहरों पर मुस्कुराहट दे गया. यहां कोई बैसाखी के सहारे आया तो पैरों पर वापस लौटा. कोई ट्राईसाईकिल और व्हील चेयर के साथ जीवन में कुछ कर गुजरने के हौंसले के साथ अपने घर को रवाना हुआ.
शिविर के दौरान बड़ी संख्या में मूक-बधिर बच्चों को श्रवण यंत्र प्रदान किए गए. गत फरवरी माह में अपना परिवार संस्था की ओर से बांसवाड़ा में दिव्यांगों के लिए शिविर लगाया गया था. जिसमें कृत्रिम अंगों के लिए पंजीयन किया गया था. उसी क्रम में संस्था की तरफ से महावीर विकलांग सहायता समिति के बैनर तले यह शिविर लगाया गया. मौके पर ही कृत्रिम पैर और हाथ तैयार कर दिव्यांगों को लगाए गए.
पढ़ेंः बांसवाड़ाः छठ महापर्व के तीसरे दिन निर्जल व्रत, शाम को डूबते सूरज को चढ़ाया अर्घ्य
इसके लिए जयपुर फुटवियर संस्था की ओर से मौके पर ही लैब स्थापित की गई थी. संस्था की 22 सदस्य की टीम की तरफ से तीन दर्जन लोगों को कृत्रिम पैर के सहारे घर भेजा गया. वहीं 10 लोगों को कृत्रिम हाथ लगाए गए. इसी प्रकार 40 को बैसाखी प्रदान की गई. इस दौरान 118 लोगों को ट्राइ साइकिल, 42 जनों को व्हील चेयर और 150 से अधिक मूक बधिर बच्चों को श्रवण यंत्र प्रदान किए गए.
पढ़ेंः राजस्थान रोडवेज में भी कॉस्ट कटिंग! पहली गाज गिरी संविदा चालकों पर
कुल मिलाकर शिविर के दौरान 700 से अधिक दिव्यांग लोगों को लाभान्वित हुए. अपना परिवार संस्था के संस्थापक विकेश मेहता ने बताया कि यह दो दिवसीय शिविर वागड़ अंचल के कई दिव्यांग लोगों को मुस्कुराहट देने में कामयाब रहा. शिविर के आयोजन में शहर की एक दर्जन से अधिक संस्थाओं का भी सहयोग रहा. उसी का नतीजा रहा कि शिविर अपने उद्देश्य में सफल रहा.