बांसवाड़ा. पुलिस की लगातार कार्रवाई से घबराए अवैध रूप से लोगों का उपचार कर रहे झोलाछाप भूमिगत हो गए थे. यह लोग अंततः बाहर निकले और शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे. पुलिस अधीक्षक के नाम परिवाद देकर हेल्थ वर्कर का काम करने की छूट देने की मांग की गई.
बता दें कि पिछले 1 सप्ताह से पुलिस की ओर से जिलेभर में अवैध रूप से क्लीनिक संचालित कर लोगों का इलाज करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. अलग-अलग थाना क्षेत्रों में पुलिस अब तक करीब 72 से अधिक झोलाछापों को गिरफ्तार कर चुकी है.
वहीं, पुलिस के इस कदम से झोला छापों में खलबली मच गई और कई क्लीनिक बंद कर भूमिगत हो गए. इनमें से अधिकांश पश्चिमी बंगाल के हैं. पुलिस की कार्रवाई से घबराकर करीब 24 झोलाछाप लोग शुक्रवार की दोपहर में कलेक्ट्रेट पहुंचे और पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत से मुलाकात करने का प्रयास किया. पुलिस अधीक्षक की व्यस्तता को देखते हुए अंततः यह लोग अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के पास पहुंचे.
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एडिशनल एसपी को दिए परिवाद में इन लोगों ने कहा कि वे लोग राजस्थान सरकार से हेल्थ वर्कर की मान्यता लिए हुए हैं और हेल्थ वर्कर का काम करने का उन्हें अधिकार है. लेकिन, पुलिस ताबड़तोड़ कार्रवाई कर उनका हक छीन रही है. यहां तक कि आवश्यक दस्तावेज तक नहीं देखे जा रहे हैं. इससे इन लोगों में डर बैठा हुआ है. चितरंजन रॉय ने बताया कि हमने एसपी के नाम ज्ञापन दिया है. हमारी मांग है कि कार्रवाई से पहले दस्तावेजों की जांच कर ले ताकि हेल्थ वर्कर की मान्यता वाले लोगों को समस्या का सामना नहीं करना पड़े.