बांसवाड़ा. कुशलगढ़ विधायक द्वारा हेड कांस्टेबल को थप्पड़ मारने के मामले में अब सीआईडी सीबी जांच करेगी. एक ओर हेड कांस्टेबल महेंद्र नाथ ने कुशलगढ़ विधायक रमिला खड़िया पर थप्पड़ मारने के आरोप लगाए हैं, तो दूसरी तरफ जिस युवक के कारण झगड़ा हुआ, उस युवक ने हेड कांस्टेबल पर मारपीट करने के आरोप लगाए हैं.
रविवार रात कुशलगढ़ की नागनाथ पुलिया पर हेड कांस्टेबल महेंद्र नाथ ड्यूटी कर रहे थे, तभी इस दौरान एक युवक कहीं जा रहा था. ऐसे में उसे पकड़ा और दोनों के बीच में कहासुनी हुई. वहां झगड़ा भी हुआ. इस पर सुनील नाम के युवक ने मौके से कुशलगढ़ विधायक को फोन किया, तो वह मौके पर पहुंची और उनके साथ कुछ अन्य लोग भी थे. रात्रि में थाने में जाकर कुशलगढ़ विधायक द्वारा थप्पड़ मारने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. कुशलगढ़ सीआई प्रदीप कुमार, विधायक रमिला खड़िया और एसपी कावेन्द्र सिंह सागर ने थप्पड़ मारने की बात से इनकार किया था.
एडिशनल एसपी ने किया कुशलगढ़ का दौरा
इस घटनाक्रम के बाद सोमवार को दिन में पीड़ित युवक सुनील ने भी हेड कांस्टेबल के खिलाफ मारपीट करने व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है. इस घटना के बाद एडिशनल एसपी कैलाश संधु ने कुशलगढ़ का दौरा किया. उन्होंने क्रॉस केस होने की बात कही और बताया कि इस मामले की जांच अब सीआईडी सीबी करेगी, क्योंकि पूरा प्रकरण विधायक से जुड़ा हुआ है.
मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया ने भी किया है कुशलगढ़ का दौरा
जानकारी मिली है कि बांसवाड़ा विधायक और राज्य मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया ने भी कुशलगढ़ का दौरा किया है. इस दौरान उन्होंने पुलिस अधिकारियों से भी बात की और कुछ राजनीतिक लोगों से भी मुलाकात की है. कुशलगढ़ विधायक से उनकी मुलाकात हुई या नहीं इसकी अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है.
क्या है पूरा मामला
नागनाथ पुलिया के निकट हेड कांस्टेबल महेंद्र नाथ, एक अन्य कांस्टेबल और होमगार्ड ड्यूटी कर रहे थे. इसी दौरान एक युवक वहां से गुजरा तो उसे पकड़कर पूछताछ की गई. इस दौरान दोनों के बीच में विवाद हो गया. बताया यह जा रहा है कि दोनों के बीच में मारामारी भी हुई थी. इसके बाद युवक ने विधायक को फोन कर दिया. विधायक रमिला खड़िया मौके पर पहुंची और वहां पर विवाद को शांत कराया. मौके पर सीआई प्रदीप कुमार भी पहुंचे और उन्होंने समझाइश कर सभी को वहां से रवाना किया.
घटना के बाद हेड कांस्टेबल महेंद्र नाथ थाने आए और उन्होंने थाने में एक तहरीर दी. इस तहरीर में आरोप लगाए कि विधायक ने समझाइश के दौरान उन्हें अपशब्द कहे और थप्पड़ भी जड़ दिया. इस मामले को लेकर पुलिस विभाग की ओर से उनका कोई मेडिकल नहीं कराया गया.
विधायक, एसपी और सीआई तीनों ने किया इनकार
इस घटना को लेकर विधायक रमिला खड़िया का कहना है कि वे मौके पर जरूर गई थी. लेकिन उन्होंने मामले को शांत कराया था. सीआई प्रदीप कुमार को भी मौके पर बुलाया था. मैंने किसी को थप्पड़ नहीं मारा है. मेरे साथ मौके पर कई अन्य जनप्रतिनिधि भी गए थे. इस संबंध में सीआई प्रदीप कुमार ने बताया कि वे मौके पर पहुंचे और हालात की जानकारी ली. थप्पड़ मारने वाली बात बिल्कुल गलत है. इधर एसपी कावेंद्र सिंह सागर ने मामले को लेकर स्पष्ट इनकार किया है और कहा है कि मामले की जांच कुशलगढ़ डीएसपी से करा रहे हैं, थप्पड़ मारने जैसी कोई घटना नहीं है.
वहीं विधायक का कहना है कि पुलिस कांस्टेबल ने गहत लहजे में बातचीत करना शुरू किया, जिसके बाद मैंने कहा कि कैसे बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांस्टेबल ने कहा कि नेता ज्यादा से ज्यादा क्या करवा सकते हैं, ट्रांसफर्मर ही करवा सकते हैं. कहा कि तुम्हारी सरकार है, कुछ भी करवा सकते हो.