बांसवाड़ा. महिला गार्ड से बदसलूकी का मामला और भी गंभीर होता जा रहा है. गार्ड ने रविवार शाम सदर पुलिस थाने में रिपोर्ट दी गई. जिसमें दो के स्थान पर तीन कांस्टेबलों का नाम दर्ज कराया गया. हालांकि पुलिस उप अधीक्षक अनिल मीणा पहले से ही मामले की जांच कर रहे हैं. लेकिन नामजद लिखित रिपोर्ट आने के बाद अनुसंधान में और भी तेजी आ गई है. इस प्रकरण में पुलिस अधीक्षक केसर सिंह ने 2 कांस्टेबलों को निलंबित भी कर दिया है.
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बता दें कि, कोरोना के चलते महिला गार्ड की ड्यूटी सदर पुलिस थाने में लगाई गई थी. जहां 1 जून को कांस्टेबल केसर सिंह और सत्यजीत सिंह ने उसके साथ बदसलूकी की. 3 जून को महिला गार्ड ने थाना प्रभारी बाबूलाल मुरारिया को इस संबंध में मोबाइल पर शिकायत की. थाना प्रभारी ने 4 जून को पुलिस अधीक्षक और पुलिस उपाधीक्षक को शिकायत से अवगत कराया. इसके अगले ही दिन पुलिस अधीक्षक ने केसर सिंह और सत्यजीत सिंह को लाइन हाजिर कर दिया. लेकिन महिला कांस्टेबल ने कार्रवाई पर असंतोष जताया. जिसके बाद एसपी ने 6 जून को दोनों ही कांस्टेबलों को निलंबित कर दिया.
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हालांकि उस समय तक लिखित में रिपोर्ट नहीं दी गई, लेकिन पुलिस उप अधीक्षक ने प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी थी. वहीं, महिला गार्ड ने रविवार शाम पुलिस स्टेशन में लिखित रिपोर्ट दी है. जिसमें केसर सिंह और सत्यजीत के अलावा कांस्टेबल महिपाल सिंह को भी शामिल किया है.
वहीं महिपाल सिंह का नाम आने के साथ ही विभाग में हड़कंप मच गया. पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि लिखित रिपोर्ट के बाद अभद्रता के साथ SC-ST एक्ट के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ कर दिया गया है.