बांसवाड़ा. गोविंद गुरु राजकीय कॉलेज से कृषि अनुसंधान केंद्र बोरवट में स्थानांतरित करने की मांग को लेकर धरना दे रहे कृषि संकाय के विद्यार्थियों को चौथे दिन सफलता हाथ लगी है. भारतीय ट्राइबल पार्टी ने शुक्रवार को विद्यार्थियों की मांग को वाजिब बताते हुए उनके समर्थन का ऐलान कर दिया है. इसके साथ ही चेतावनी दी कि शीघ्र ही मांगों पर सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया तो आंदोलन को उग्र किया जाएगा.
कॉलेज के 120 विद्यार्थी बीते 4 दिन से कलेक्ट्रेट के बाहर धरना दे रहे हैं. उनकी मांग है कि कॉलेज में संकाय खोलने के दूसरे साल भी न तो लेक्चरर लगाए गए हैं और ना ही कोई लैब खोली गई है. इस कारण उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है. बीते एक साल से वह सरकार के समक्ष संकाय को कृषि अनुसंधान केंद्र में शिफ्ट करने की मांग उठाई जा रही है, लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं कर रहा है.
इस धरना प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन की ओर से एसडीएम पूजा पार्थ द्वारा विद्यार्थियों को बुलाया गया और 15 दिन में उनकी मांग पर निर्णय लेने का आश्वासन दिया गया है. वहीं विद्यार्थियों ने इस पर अपनी असहमति जताते हुए कहा कि जब तक कृषि मंत्री द्वारा लिखित में कोई पत्र नहीं दे दिया जाता, वे धरना जारी रखेंगे. प्रतिनिधिमंडल में शामिल महेंद्र चौधरी ने कहा कि मामला जब प्रशासन के हाथ में नहीं है तो सरकार द्वारा लिखित पत्र को ही मंजूर किया जाएगा.
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इस बीच धरना स्थल पर शुक्रवार को चौथे दिन विद्यार्थियों की मांग को और मजबूती मिली, जब भारतीय ट्राइबल पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष कमलकांत कटारा पार्टी और अपने छात्र संगठन भील प्रदेश मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल के साथ धरना स्थल पर पहुंचे.
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भारतीय ट्राइबल पार्टी ने विद्यार्थियों के धरने को समर्थन का ऐलान करते हुए कहा कि वे हरदम उनके साथ रहेंगे. कटारा ने कहा कि राजस्थान के विभिन्न इलाकों से विद्यार्थी यहां अध्ययन करने आए हैं, लेकिन उन्हें किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं दी जा रही है. जबकि कृषि अनुसंधान केंद्र शिफ्टिंग की स्वीकृति दे चुका है. उन्होंने पूछा कि जब अनुसंधान केंद्र तैयार है तो सरकार और जिला प्रशासन को क्या परेशानी आ रही है. कटारा ने कहा कि शीघ्र ही कोई सकारात्मक परिणाम नहीं आया तो पार्टी अपने छात्र संगठन के साथ जन आंदोलन खड़ा करने से भी पीछे नहीं हटेगी.