बांसवाड़ा. शहर में संपति संबंधी अपराधों की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत पुलिस को विशेष सफलता मिली है. पुलिस ने गत वर्ष चोरी लूट और नकबजनी कि 10 वारदातों का खुलासा करते हुए इस गैंग के तीन सदस्यों को दबोच लिया जबकि एक अन्य की सरगर्मी से तलाश की जा रही है.
जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम की ओर से संपत्ति संबंधी अपराधों की जांच के लिए सदर थाना अधिकारी बाबूलाल मुरारिया के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई थी. टीम द्वारा अपराधिक वारदातों का तकनीकी विश्लेषण कर विशेष मुखबिर लगाए गए और शहर के आसपास के क्षेत्र में हुई ऐसी वारदातों को सूचीबद्ध कर जांच शुरू की गई.
इस दौरान सामने आया कि लिमथांन निवासी विकेश की दुकान पर 15 जनवरी को 4 चार अज्ञात युवक पहुंचे. मुंह पर रुमाल बांधकर चौकीदार को तलवार दिखाया और उसकी दुकान से नए 20 टच स्क्रीन मोबाइल और कीपैड मोबाइल और ₹15000 की नकदी लूट ले गए. अनुसंधान के दौरान श्यामपुरा निवासी विनोद पुत्र लक्ष्मण मईडा, संजय पुत्र रमेश और तेजपुर निवासी रमेश पुत्र गौतम चरपोटा को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो कई तथ्य सामने आए हैं.
इन लोगों ने अपने एक अन्य साथी धामनिया गांव निवासी कालू पुत्र हैंग जी बामणिया के साथ शहर के न्यू हाउसिंग बोर्ड, बड़ोदिया, बोरवट, चिड़िया वासा के अलावा प्रताप सर्कल पर चोरी लूटपाट और नकबजनी कि 10 वारदातों को अंजाम देने का गुनाह कबूल कर लिया. सदर थाना अधिकारी के अनुसार आरोपियों से पूछताछ में और भी वारदातों के खुलने के आसार है.