बांसवाड़ा. कोरोना संक्रमण का फायदा उठाते हुए कुछ लोग सरकारी जमीन पर कब्जा करने से बाज नहीं आ रहे हैं. शहर के खांदू कॉलोनी क्षेत्र में 2 दिन में ही मुख्य मार्ग पर केबिन खड़े हो गए, जबकि नगर परिषद ने उसे अतिक्रमण के रूप में चिन्हित कर रखा था. नगर परिषद के दस्ते ने मंगलवार को कार्रवाई करते हुए केबिन अपने कब्जे में ले लिए. एक अतिक्रमी ने इसका विरोध भी किया, लेकिन कर्मचारियों ने उसकी एक नहीं सुनी और उसके केबिन को भी कब्जे में लिया.
कॉलोनी में पुलिस लाइन के पिछवाड़े की ओर बाउंड्री वॉल से लगती जमीन पर 2 दिन पहले ही अचानक तीन चार लोगों ने केबिन रख दिए. यहां तक कि अंदर सजावट भी कर दी गई. नगर परिषद ने तीन-चार दिन पहले ही कुछ अतिक्रमण चिन्हित किए थे. शिकायत पर राजस्व निरीक्षक सुरेश डामोर अतिक्रमण निरोधक दस्ते के साथ मौके पर पहुंचे और केबिन हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी. एक व्यक्ति ने खुद ही केबिन हटाने के लिए मोहलत मांगी. इस पर नगर परिषद के दस्ते ने आसपास के अन्य केबिन अपने कब्जे में ले लिए.
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एक अतिक्रमणकारी कार्रवाई के दौरान कर्मचारियों से उलझ गया और उसका केबिन हटाए जाने के प्रति अपना विरोध जताया. उसका कहना था कि जब केबिन लगाया जा रहा था, उस समय नगर परिषद ने कार्रवाई क्यों नहीं की? अंततः नगर परिषद के कर्मचारियों ने समझा-बुझाकर उसे वहां से हटाया और उसका केबिन जब्त कर नगर परिषद पहुंचा दिया. राजस्व निरीक्षक दामोर ने बताया कि 2 दिन पहले ही यहां अतिक्रमण चिह्नित किए गए थे, लेकिन उन लोगों ने जिनको हटाकर अपना काम धंधा शुरू कर दिया. परिषद द्वारा चलाई जा रही मुहिम के तहत कार्रवाई करते हुए केबिन जब्त कर लिए गए. अतिक्रमणकारियों के खिलाफ यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी.