बांसवाड़ा. प्रदेश सरकार की ओर से कुशलगढ़ क्षेत्र के राजकीय जनजाति छात्रावास में कई अनियमितताएं सामने आई हैं. छात्रावास का निरीक्षण करने पहुंची विधायक रमिला खड़िया से यहां रह रहे बच्चों ने खाने-पीने की गुणवत्ता समेत पानी को लेकर शिकायत (banswara MLA inspected hostel) की.
कुशलगढ़ विधायक रमिला खड़िया ने बताया कि वह क्षेत्र के बस्सी ग्राम पंचायत के राजकीय जनजाति कन्या छात्रावास में पहली बार निरीक्षण के लिए पहुंची. उन्होंने कहा कि छात्राओं ने बातचीत के दौरान सप्ताह में केवल एक बार हरी सब्जी बनने और फल मिलने से इनकार किया. छात्रावास में रह रहे बच्चों ने बताया कि उन्हें दोनों समय खाने में दाल और 3-3 रोटी मिलती है. निरीक्षण के दौरान छात्राओं ने विधायक को दिखाया कि उन्हें कैसे कच्ची और जली हुई रोटियां परोसी जाती हैं.
स्कूल खुले 2 माह हो गए पर सामान एक बार मिला
छात्रावास के रजिस्टर में 50 बच्चियों का नाम लिखा हुआ है. छात्रावास में रह रही बच्चियों ने बताया कि उन्हें सामान देने के नाम पर नहाने और कपड़े धोने के लिए 10-10 रुपए वाला एक-एक साबुन दिया है. साथ ही एक 10 रुपए वाली तेल की सीसी दी है. छात्राओं ने आरोप लगाया कि यहां के बाथरूम में पानी नहीं आता. इसलिए हॉस्टल के बाहर छात्राओं को नहाने व अन्य जरूरी काम के लिए जाना पड़ता है.
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अधिकारियों की है शिकायत
विधायक रमिला खड़िया ने बताया कि छात्रावास का पहली बार निरीक्षण किया. कोरोना के कारण यह सब बंद था. 'मुझे किसी ने बताया कि छात्राओं की स्थिति खराब है तो मैं तत्काल वहां पहुंची'. छात्राओं को जो दाल मिलती है, उसमें मिर्ची तक नहीं होती. ऐसे हालात मुझे मिले हैं. तत्काल इस संबंध में सक्षम अधिकारियों को शिकायत की गई है. यदि बालिकाओं को भरपेट भोजन नहीं मिलेगा तो संबंधित अधिकारियों से शिकायत जरूर करूंगी.
मामले की जांच करेंगे
इस संबंध में जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह ने कहा कि इस संबंध में किसी ने बताया नहीं है कि विधायक ने किसी प्रकार का निरीक्षण किया है. कल ही इस मामले में जांच की जाएगी. मामला सही निकला तो तत्काल कार्रवाई भी होगी.