बांसवाड़ा. प्रधानमंत्री के आह्वान पर कोरोना महामारी से बचाव के लिए रविवार को शहर पूरी तरह से लोक डाउन रहा. दिन भर सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा, लेकिन जैसे ही घड़ी का कांटा 5 पर पहुंचा, हर गली मोहल्ला थाली, शंख और घंटियों की आवाज से गूंज उठा. करीब 10 मिनट तक लोगों ने कोरोना के खुद के बीच जरूरी सेवा में जुटे लोगों को इस अनूठे तरीके से धन्यवाद ज्ञापित किया.
सुबह से ही शहर के गली मोहल्ले से लेकर प्रमुख चौराहा तिराहा पूर्णत सन्नाटे के साए में रहे. लोग अपने परिवार के साथ घरों में ही बंद रहे. शहर में केवल पुलिस और प्रशासन की गाड़ियां सन्नाटे को काटती दिखाई दी.
पढ़ेंः भीलवाड़ा, झुंझुनू के बाद अब श्रीगंगानगर भी लॉक डाउन, बाकी जिलों में भी अलर्ट जारी
आवश्यक कामकाज पर ही इक्का-दुक्का लोग सड़कों पर निकलते नजर आए. शाम को घड़ी का कांटा जैसे ही 5 पर पहुंचा लोग अपने घरों की छतों पर पहुंच गए. कोई छत पर था तो कोई अपने मकान के गलियारे में. किसी के हाथ में थाली थी तो किसी के हाथ में शंख और किसी ने थाम रखी थी घंटी. एक साथ थाली घंटी और शंखनाद से शहर का हर गली मोहल्ला गुंजायमान हो उठा.
यहां तक कि कई लोगों ने ढोल और शंखनाद के जरिए कोरोना वायरस के खौफ के बाद भी आवश्यक सेवा में जुटे चिकित्सा विभाग पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के प्रति सम्मान प्रकट किया. इस दौरान कुछ मंदिरों में भी घंटियों के साथ शंखनाद हुआ. इसे लेकर महिलाओं और बच्चों में खासा उत्साह नजर आया.
पढ़ेंः जोधपुरः पारिवारिक विवाद में हुई फायरिंग, 1 की मौत और 2 घायल
कृष्ण वर्धन भावसार के अनुसार कोरोना महामारी से बचाव के लिए चिकित्सा विभाग के साथ कई विभागों के अधिकारी और कर्मचारी लगातार काम कर रहे हैं. प्रधानमंत्री के आह्वान पर रविवार को हर गली मोहल्ले में लोगों ने थाली ताली और घंटी बजा कर उनके प्रति आभार जताया.