बांसवाड़ा. शुक्रवार को जिला उद्योग की ओर से दो दिवसीय उद्यम समागम का समापन हुआ. इस दौरान विशेषज्ञों ने कृषि सहित दूसरे क्षेत्रों में उद्योगों की स्थापना की जानकारी दी. वार्ताओं में बड़ी संख्या में सरकारी और गैर सरकारी महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया.
उद्यम समागम का आयोजन युवाओं को स्वरोजगार और स्टार्टअप के प्रति प्रेरित करने के उद्देश्य से किया गया. नाबार्ड के जिला प्रबंधक सुभाष जैन ने स्वरोजगार के संबंध में बैंकों की ओर से उपलब्ध कराए जाने वाले ऋण योजनाओं के बारे में जानकारी दी. इसके अलावा चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ने GST सहित टैक्सेशन के बारे में विस्तार से बताया.
कृषि अनुसंधान केंद्र के डायरेक्टर डॉ. पीके रोकड़िया ने कृषि आधारित उद्योगों की संभावनाओं पर विचार रखे. उन्होंने बताया कि पानी की प्रचुरता के चलते अंचल में बड़े पैमाने पर रबी के दौरान मक्का की फसल ली जाती है. इसकी प्रोसेसिंग यूनिट्स की बांसवाड़ा में काफी संभावनाएं हो सकती हैं.
वहीं जिला उद्योग केंद्र की महाप्रबंधक मंजू माली ने केंद्र और राज्य सरकार के स्वरोजगार के संबंध में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं और निवेश के बारे में जानकारी दी. मक्का प्रोसेसिंग के संबंध में उदयपुर से आए विशेषज्ञों ने अपने अनुभव साझा किए.
समागम में 40 स्थानीय उद्यमियों ने अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई. इन उद्यमियों को समारोह के अंत में सम्मानित किया गया. जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक ने बताया कि दो दिवसीय इस कार्यक्रम में 300 से ज्यादा बच्चों को विभिन्न उद्योगों के संबंध में जानकारी दी गई.