बांसवाड़ा. राष्ट्रीय मुक्त शिक्षण संस्थान नोएडा द्वारा महात्मा गांधी चिकित्सालय में संचालित जीएनएम सेंटर को भेजी एक रिपोर्ट में 29 अभ्यर्थियों की अंक तालिकाओं को फर्जी माना है. संस्थान द्वारा कहा गया कि इन अभ्यर्थियों की 12वीं क्लास की डिग्री से संबंधित कोई भी रिकॉर्ड संस्थान में उपलब्ध नहीं है.
इसमें कई पुराने छात्र-छात्राएं भी शामिल हैं जो जीएनएम सेंटर से ट्रेनिंग प्राप्त कर चुके हैं और कई कई ऐसे हैं जो अस्थाई तौर पर नौकरी भी कर रहे हैं. नोएडा शिक्षण संस्थान की इस रिपोर्ट ने जीएनएम सेंटर प्रबंधन को भी हैरत में डाल दिया. मामले को गंभीरता से लेते हुए जीएनएम सेंटर द्वारा निदेशालय को रिपोर्ट भेजी गई है. बता दें कि इससे पहले भी दो जनों की मार्कशीट फर्जी पाई गई थी जो कि जम्मू कश्मीर से लाई गई थी.
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जीएनएम सेंटर के कार्यवाहक प्रिंसिपल हितेंद्र भट्ट के अनुसार रूटीन प्रक्रिया के तहत एडमिशन के बाद संस्थान द्वारा मार्क शीट्स का संबंधित बोर्ड द्वारा वेरिफिकेशन कराया जाता है. राजस्थान बोर्ड की मार्कशीट के ऑनलाइन वेरीफिकेशन का विकल्प उपलब्ध है. अन्य राज्यों के बोर्ड से जारी मार्क शीट्स का वेरीफिकेशन कराया जाता है, जो एक लंबी प्रक्रिया है. हाल ही में राष्ट्रीय मुक्त शिक्षण संस्थान नोएडा द्वारा बांसवाड़ा जीएनएम सेंटर में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे अभ्यर्थियों में से 29 के मार्क शीट्स संबंधी दस्तावेज उपलब्ध नहीं होना बताया है.