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बांसवाड़ा: जीएनएम सेंटर में फर्जी मार्कशीट के जरिए लिए जा रहे एडमिशन...निदेशालय को भेजी गई रिपोर्ट

बांसवाड़ा में जीएनएम सेंटर में फर्जी मार्कशीट के जरिए एडमिशन लिए जाने का मामला सामने आया है. वेरिफिकेशन के दौरान अबतक करीब दो दर्जन से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. सेंटर द्वारा संबंधित अभ्यर्थियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए निदेशालय को रिपोर्ट भेजी गई है.

banswara, जीएनएम सेंटर में फर्जीवाड़
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Published : Oct 17, 2019, 8:15 PM IST

बांसवाड़ा. राष्ट्रीय मुक्त शिक्षण संस्थान नोएडा द्वारा महात्मा गांधी चिकित्सालय में संचालित जीएनएम सेंटर को भेजी एक रिपोर्ट में 29 अभ्यर्थियों की अंक तालिकाओं को फर्जी माना है. संस्थान द्वारा कहा गया कि इन अभ्यर्थियों की 12वीं क्लास की डिग्री से संबंधित कोई भी रिकॉर्ड संस्थान में उपलब्ध नहीं है.

इसमें कई पुराने छात्र-छात्राएं भी शामिल हैं जो जीएनएम सेंटर से ट्रेनिंग प्राप्त कर चुके हैं और कई कई ऐसे हैं जो अस्थाई तौर पर नौकरी भी कर रहे हैं. नोएडा शिक्षण संस्थान की इस रिपोर्ट ने जीएनएम सेंटर प्रबंधन को भी हैरत में डाल दिया. मामले को गंभीरता से लेते हुए जीएनएम सेंटर द्वारा निदेशालय को रिपोर्ट भेजी गई है. बता दें कि इससे पहले भी दो जनों की मार्कशीट फर्जी पाई गई थी जो कि जम्मू कश्मीर से लाई गई थी.

जीएनएम सेंटर में फर्जीवाड़ का मामला आया सामने

पढ़ें: राजस्थान में सरकार अस्थिर, BJP के हक में होंगे उपचुनाव परिणाम : अर्जुन राम मेघवाल

जीएनएम सेंटर के कार्यवाहक प्रिंसिपल हितेंद्र भट्ट के अनुसार रूटीन प्रक्रिया के तहत एडमिशन के बाद संस्थान द्वारा मार्क शीट्स का संबंधित बोर्ड द्वारा वेरिफिकेशन कराया जाता है. राजस्थान बोर्ड की मार्कशीट के ऑनलाइन वेरीफिकेशन का विकल्प उपलब्ध है. अन्य राज्यों के बोर्ड से जारी मार्क शीट्स का वेरीफिकेशन कराया जाता है, जो एक लंबी प्रक्रिया है. हाल ही में राष्ट्रीय मुक्त शिक्षण संस्थान नोएडा द्वारा बांसवाड़ा जीएनएम सेंटर में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे अभ्यर्थियों में से 29 के मार्क शीट्स संबंधी दस्तावेज उपलब्ध नहीं होना बताया है.

बांसवाड़ा. राष्ट्रीय मुक्त शिक्षण संस्थान नोएडा द्वारा महात्मा गांधी चिकित्सालय में संचालित जीएनएम सेंटर को भेजी एक रिपोर्ट में 29 अभ्यर्थियों की अंक तालिकाओं को फर्जी माना है. संस्थान द्वारा कहा गया कि इन अभ्यर्थियों की 12वीं क्लास की डिग्री से संबंधित कोई भी रिकॉर्ड संस्थान में उपलब्ध नहीं है.

इसमें कई पुराने छात्र-छात्राएं भी शामिल हैं जो जीएनएम सेंटर से ट्रेनिंग प्राप्त कर चुके हैं और कई कई ऐसे हैं जो अस्थाई तौर पर नौकरी भी कर रहे हैं. नोएडा शिक्षण संस्थान की इस रिपोर्ट ने जीएनएम सेंटर प्रबंधन को भी हैरत में डाल दिया. मामले को गंभीरता से लेते हुए जीएनएम सेंटर द्वारा निदेशालय को रिपोर्ट भेजी गई है. बता दें कि इससे पहले भी दो जनों की मार्कशीट फर्जी पाई गई थी जो कि जम्मू कश्मीर से लाई गई थी.

जीएनएम सेंटर में फर्जीवाड़ का मामला आया सामने

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जीएनएम सेंटर के कार्यवाहक प्रिंसिपल हितेंद्र भट्ट के अनुसार रूटीन प्रक्रिया के तहत एडमिशन के बाद संस्थान द्वारा मार्क शीट्स का संबंधित बोर्ड द्वारा वेरिफिकेशन कराया जाता है. राजस्थान बोर्ड की मार्कशीट के ऑनलाइन वेरीफिकेशन का विकल्प उपलब्ध है. अन्य राज्यों के बोर्ड से जारी मार्क शीट्स का वेरीफिकेशन कराया जाता है, जो एक लंबी प्रक्रिया है. हाल ही में राष्ट्रीय मुक्त शिक्षण संस्थान नोएडा द्वारा बांसवाड़ा जीएनएम सेंटर में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे अभ्यर्थियों में से 29 के मार्क शीट्स संबंधी दस्तावेज उपलब्ध नहीं होना बताया है.

Intro:बांसवाड़ाl यहां जीएनएम सेंटर में फर्जी मार्कशीट के जरिए एडमिशन लिए जाने का मामला उजागर हुआ हैl ऐसे करीब 2 दर्जन से अधिक मामले वेरीफिकेशन के दौरान जैनम सेंटर के सामने आ चुके हैंl सेंटर द्वारा संबंधित अभ्यर्थियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए निदेशालय को रिपोर्ट भेजी गई हैl


Body:राष्ट्रीय मुक्त शिक्षण संस्थान नोएडा द्वारा महात्मा गांधी चिकित्सालय में संचालित जीएनएम सेंटर को भेजी एक रिपोर्ट में 29 अभ्यर्थियों की अंक तालिकाओं को फर्जी माना हैl संस्थान द्वारा कहा गया कि इन अभ्यर्थियों की 12वीं क्लास की डिग्री से संबंधित कोई भी रिकॉर्ड संस्थान में उपलब्ध नहीं हैl इसमें कई पुराने छात्र-छात्राएं भी है जोकि जीएनएम सेंटर से ट्रेनिंग प्राप्त कर चुके हैं और कई तो अस्थाई तौर पर नौकरी भी कर रहे हैंl नोएडा शिक्षण संस्थान की इस रिपोर्ट ने जीएनएम सेंटर प्रबंधन को भी हैरत में डाल दियाl मामले को गंभीरता से लेते हुए जीएनएम सेंटर द्वारा निदेशालय को इस संबंध में रिपोर्ट भेजी गई हैl


Conclusion:सेंटर द्वारा संबंधित अभ्यर्थियों के खिलाफ कार्रवाई के संबंध में मार्गदर्शन मांगा हैl आपको बता दें कि इससे पहले भी दो जनों की मार्कशीट फर्जी पाई गई थी जो कि जम्मू कश्मीर से लाई गई थीl जीएनएम सेंटर के कार्यवाहक प्रिंसिपल हितेंद्र भट्ट के अनुसार रूटीन प्रक्रिया के तहत एडमिशन के बाद संस्थान द्वारा मार्क शीट्स का संबंधित बोर्ड द्वारा वेरिफिकेशन कराया जाता हैl राजस्थान बोर्ड की मार्कशीट के ऑनलाइन वेरीफिकेशन का विकल्प उपलब्ध हैl अन्य राज्यों के बोर्ड से जारी मार्क शीट्स का वेरीफिकेशन कराया जाता है जो कि एक लंबी प्रक्रिया हो जाती हैl हाल ही में राष्ट्रीय मुक्त शिक्षण संस्थान नोएडा द्वारा बांसवाड़ा जीएनएम सेंटर मैं प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे अभ्यर्थियों में से 29 के मार्क शीट्स संबंधी दस्तावेज उपलब्ध नहीं होना बताया हैl हमने निदेशालय को रिपोर्ट भेज कर संबंधित अभ्यर्थियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए मार्गदर्शन मांगा हैl इससे पहले भी दो जनों के खिलाफ फर्जी मार्कशीट की कोतवाली पुलिस थाने में रिपोर्ट दी जा चुकी हैl

बाइट...... हितेंद्र भट्ट कार्यवाहक प्राचार्य जीएनएम सेंटर महात्मा गांधी चिकित्सालय बांसवाड़ा
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