बांसवाड़ा. कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने लॉकडाउन घोषित किया हुआ है. रविवार को जिले के कलेक्ट्रेट में गांवों में वस्तुओं की आपूर्ति बनाए रखने और कालाबाजारी पर शिकंजा कसने के लिए होलसेलर के साथ बैठक की गई. बैठक में व्यापारियों ने अपनी समस्याएं रखी, वहीं प्रशासन ने सरकार की मंशा के अनुरूप सप्लाई बनाए रखने के दिशा निर्देशों दिए.
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोविंद सिंह राणावत की उपस्थिति में जिला रसद अधिकारी हजारीलाल अलोरिया ने थोक विक्रेता की बैठक बुलाई थी. इस दौरान शहर में कुछ खुदरा विक्रेताओं के धारा 144 का उल्लंघन किए जाने पर नाराजगी जताते हुए जिला रसद अधिकारी ने व्यापारिक संगठनों से सहयोग का आग्रह किया. साथ ही चेतावनी दी कि, आगे इस प्रकार की हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. बैठक में व्यापारियों ने भी गांवों में सप्लाई बरकरार रखने की दिशा में आ रही समस्याओं को रखा. इस विषय पर विस्तृत चर्चा के बाद होलसेलर व्यापारियों को गांव तक माल पहुंचाने के लिए पास जारी करने पर सहमति जताई गई.
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व्यापारियों को अपने ही वाहन से अपना माल पहुंचाना होगा, जिसके लिए प्रशासन ने उन्हें पास जारी करेगा. चीनी, आटा, तेल, चावल सहित विभिन्न आवश्यक वस्तुओं के भंडारण के मुद्दे पर चर्चा करते हुए रसद अधिकारी ने जिला कलेक्टर से चर्चा के बाद भंडारण की मात्रा निर्धारित किए जाने का आश्वासन दिया. बैठक के दौरान जिला परिषद सीईओ राणावत ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए व्यापारियों से सहयोग मांगा और कहा कि, कालाबाजारी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी. व्यापारियों को संकट की स्थिति में कंधे से कंधा मिलाकर चलना होगा. बैठक में व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे.