बांसवाड़ा. खमेरा पुलिस लगभग 3 करोड रुपए के धोखाधड़ी के मामले में डेढ़ साल से वांछित आरोपी खमेरा निवासी 30 वर्षीय संजय पुत्र शांतिलाल तोलावत जैन को गिरफ्तार करने में कामयाब रही. गरनावट निवासी नरहरी सिंह द्वारा संजय सहित कुछ लोगों के खिलाफ जून 2018 में धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कराया था.
रिपोर्ट के अनुसार संजय ने कुछ लोगों के साथ मिलकर 2012 में सन्मति एसोसिएट नामक फाइनेंस कंपनी खोलकर बैंक से ऊंची ब्याज दर का झांसा दिया और उसे भी सदस्य बनाकर 6 वर्ष की मासिक आरडी करवाई. जब नियत समय बाद आरडी मैच्योर हुई तो संजय परिपक्व राशि 6 लाख का भुगतान करने के स्थान पर कंपनी बंद कर भाग गया.
टॉप टेन अपराधियों में शामिल
तत्कालीन थानाधिकारी दिलीप दान ने उसकी गिरफ्तारी के कई प्रयास किए लेकिन सफलता नहीं मिली. अंततः जिला पुलिस अधीक्षक ने संजय को जिले के टॉप टेन अपराधियों की सूची में शामिल करते हुए हमें खमेरा थाना अधिकारी को उसकी गिरफ्तारी के निर्देश दिए.
एक स्थान पर नहीं टीका
खमेरा में धोखाधड़ी को अंजाम देने के बाद गिरफ्तारी से डरकर संजय कभी भी एक स्थान पर नहीं टीका. उसने मुंबई में चाय की होटल पर काम किया. वहीं कुछ समय सूरत में भी फरारी काटी. गिरफ्तारी के दौरान वह कालूपुर अहमदाबाद में चाय की होटल पर काम कर रहा था. पुलिस के डर से वह होटल पर ही सो रहा था.
कोतवाल के अनुसार संजय ने अपनी कंपनी के मार्फत घाटोल खमेरा पीपलखूंट और भूंगरा क्षेत्र में 50 से 70 लोगों को सदस्य बनाकर आरडी के नाम पर मोटी रकम वसूले जाने की बात कबूली है. इसे देखते हुए ठगी की राशि 3 करोड रुपए तक पहुंचने की आशंका है. पूछताछ में उसने लोगों से वसूली गई राशि का बड़ा हिस्सा, एक अन्य फाइनेंस कंपनी वागड़ समृद्धि में इन्वेस्ट करने के साथ उधारी चुकाने में खर्च कर दी. उससे पूछताछ की जा रही है.