बांसवाड़ा. शहर के नई आबादी क्षेत्र में सीवरेज में काम करने के दौरान अचानक से 3 युवक पाइपलाइन में गिर गए. इनमें से दो की मृत्यु हो गई. जबकि एक अपने आप बच कर निकल आया. फिलहाल दोनों की डेड बॉडी को महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है.
महात्मा गांधी अस्पताल में मरने वालों में से एक युवक रमेश के पिता ने बताया कि उनका बेटा माइकल और एक अन्य युवक सीवरेज में काम करने के लिए उसका ढक्कन खोल रहे थे. खोलने के दौरान अचानक से बहुत तेजी से गैस निकली और वह दोनों घबरा गए और नीचे जा गिरे. उनको गिरता देख तीसरे युवक ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की, तो वह युवक भी नीचे गिर गया. तीसरे युवक ने किसी तरह बाहर निकलने की कोशिश की और वह निकल भी आया.
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करीब 3 मीटर से ज्यादा गहरे खड्डे में उतरने के बाद दोनों युवक पाइपलाइन में चले गए. इसके बाद हमने अधिकारियों को सूचना दी. मौके पर नगर परिषद, सिविल डिफेंस, फायर ब्रिगेड एंबुलेंस और प्रशासन के अधिकारी पहुंचे. मौके पर कोतवाली पुलिस की टीम भी पहुंच गई. करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद दोनों युवकों को निकाला गया और महात्मा गांधी अस्पताल लेकर गए. जहां डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया. अभी तक दूसरे युवक का नाम सूरज बताया जा रहा है. वह कहां का रहने वाला है, क्या उसका बैकग्राउंड है, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है.
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मां-बाप का रो-रोकर बुरा हालः मौके पर माइकल की मां बामणी और पिता रमेश का रो-रो कर बुरा हाल है. वहीं दूसरे युवक की अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाई है. इधर बताया जा रहा है कि दोनों युवकों की उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच है. दोनों ही सीवरेज कंपनी में हैवी गाड़ी चलाने का काम करते थे. कोतवाली पुलिस के एएसआई अब्दुल मूल से जब हमने बात की, तो उनका कहना था कि जांच के बाद पता चलेगा कि कौनसी गैस से उनकी मृत्यु हुई. फिलहाल परिजनों ने अभी तक कोई रिपोर्ट नहीं दी है.