ETV Bharat / state

लॉकडाउन 2.0: अलवर में मजदूरों पर रोजी रोटी का संकट

कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन पार्ट 2 में अब श्रमिकों को नई समस्या का सामना करना पड़ रहा है. अलवर जिले के भिवाड़ी में कुछ उद्योगपतियों की हठधर्मिता के कारण श्रमिकों के सामने अब पेट भरने की एक नई समस्या खड़ी हो गई है. इसके कारण श्रमिक आए दिन लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए उद्योगों तक पहुंच रहे हैं और अपनी बात रखने को नियमों को तोड़ने पर मजबूर हो रहे हैं.

alwar news, corona virus, अलवर न्यूडज, कोरोना वायरस
श्रमिक नियम तोड़ने पर हो रहे मजबूर
author img

By

Published : Apr 28, 2020, 5:39 PM IST

अलवर. कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन पार्ट 2 में अब श्रमिकों को नई समस्या का सामना करना पड़ रहा है. अलवर जिले के भिवाड़ी में कुछ उद्योगपतियों की हठधर्मिता के कारण श्रमिकों के सामने अब पेट भरने की एक नई समस्या खड़ी हो गई है. इसके कारण श्रमिक आए दिन लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए उद्योगों तक पहुंच रहे हैं और अपनी बात रखने को नियमों को तोड़ने पर मजबूर हो रहे हैं.

श्रमिक नियम तोड़ने पर हो रहे मजबूर

बता दें कि भिवाड़ी में फेस थर्ड स्थित एक स्टील उद्योग इकाई की है, जिसमें मंगलवार को करीब 200 लोग तनख्वाह लेने पहुंचे. श्रमिकों ने बताया कि उनका मालिक उन्हें पैसा देने से इंकार कर रहा है. श्रमिकों ने यह भी बताया कि वह लंबे समय से इसी उद्योग में काम कर रहे हैं, लेकिन अब मुश्किल वक्त में उन्हें पैसा नहीं दिया जा रहा है.

श्रमिकों का कहना है कि लॉकडाउन के कारण केंद्र सरकार का आदेश था कि जो श्रमिक जहां भी हैं, वही रहें और उन्हें बावेतन रखा जाए. ऐसे में श्रमिकों को अब दो जून की रोटी पर भी संकट खड़ी हो गई है. जानकारी के अनुसार इस उद्योग इकाई का यह प्रकरण पहला नहीं है, इससे पहले भी श्रमिक तहसीलदार अरविंद कविया के समक्ष पेश हुए थे और अपनी समस्याओं को अवगत कराया था.

पढ़ेंः जैसलमेर से हजारों प्रवासियों की 140 से अधिक बसों से गृह राज्यों के लिए हुई रवानगी

बता दें कि मंगलवार को एक बार फिर सभी श्रमिक एकत्र हुए. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ी. श्रमिकों का कहना है कि उद्योगपति या तो उन्हें खाने के लिए पैसा दे, अन्यथा उन्हें उनके घर तक पहुंचाए.

मामले को लेकर उपखंड अधिकारी खेमाराम यादव का कहना है कि उच्चाधिकारियों से इस तरह की समस्याओं पर चर्चा की जा चुकी है. लेकिन समस्या के समाधान के लिए बताया गया कि जल्द उद्योगपतियों से आग्रह कर इस समस्या का समाधान किया जाएगा.

अलवर. कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन पार्ट 2 में अब श्रमिकों को नई समस्या का सामना करना पड़ रहा है. अलवर जिले के भिवाड़ी में कुछ उद्योगपतियों की हठधर्मिता के कारण श्रमिकों के सामने अब पेट भरने की एक नई समस्या खड़ी हो गई है. इसके कारण श्रमिक आए दिन लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए उद्योगों तक पहुंच रहे हैं और अपनी बात रखने को नियमों को तोड़ने पर मजबूर हो रहे हैं.

श्रमिक नियम तोड़ने पर हो रहे मजबूर

बता दें कि भिवाड़ी में फेस थर्ड स्थित एक स्टील उद्योग इकाई की है, जिसमें मंगलवार को करीब 200 लोग तनख्वाह लेने पहुंचे. श्रमिकों ने बताया कि उनका मालिक उन्हें पैसा देने से इंकार कर रहा है. श्रमिकों ने यह भी बताया कि वह लंबे समय से इसी उद्योग में काम कर रहे हैं, लेकिन अब मुश्किल वक्त में उन्हें पैसा नहीं दिया जा रहा है.

श्रमिकों का कहना है कि लॉकडाउन के कारण केंद्र सरकार का आदेश था कि जो श्रमिक जहां भी हैं, वही रहें और उन्हें बावेतन रखा जाए. ऐसे में श्रमिकों को अब दो जून की रोटी पर भी संकट खड़ी हो गई है. जानकारी के अनुसार इस उद्योग इकाई का यह प्रकरण पहला नहीं है, इससे पहले भी श्रमिक तहसीलदार अरविंद कविया के समक्ष पेश हुए थे और अपनी समस्याओं को अवगत कराया था.

पढ़ेंः जैसलमेर से हजारों प्रवासियों की 140 से अधिक बसों से गृह राज्यों के लिए हुई रवानगी

बता दें कि मंगलवार को एक बार फिर सभी श्रमिक एकत्र हुए. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ी. श्रमिकों का कहना है कि उद्योगपति या तो उन्हें खाने के लिए पैसा दे, अन्यथा उन्हें उनके घर तक पहुंचाए.

मामले को लेकर उपखंड अधिकारी खेमाराम यादव का कहना है कि उच्चाधिकारियों से इस तरह की समस्याओं पर चर्चा की जा चुकी है. लेकिन समस्या के समाधान के लिए बताया गया कि जल्द उद्योगपतियों से आग्रह कर इस समस्या का समाधान किया जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.