अलवर. अजमेर-दिल्ली के बीच पहली बार वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन दौड़ती नजर आई. रात के अंधेरे में रेलवे के अधिकारियों ने रफ्तार का ट्रायल किया. 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन को दौड़ाया गया. दौसा-अलवर जंक्शन से 80 से 85 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रेन गुजरी. जयपुर में ट्रेन का ठहराव हुआ. वंदे भारत ट्रेन का पहला ट्रायल सफल रहा. तय टाइम टेबल के अनुसार ट्रेन का संचालन हुआ.
मंगलवार रात को 8 बजे ट्रेन अजमेर जंक्शन से रवाना हुई. रात 9 बजकर 45 मिनट पर जयपुर जंक्शन पर पहुंची. यहां 5 मिनट का ठहरा हुआ. उसके बाद रात 11बज कर 31 मिनट पर ट्रेन अलवर जंक्शन पहुंची. अलवर जंक्शन पर ट्रेन को नहीं रोका गया. ट्रेन को सीधा निकाला गया. 30 मार्च को ट्रायल के दौरान ट्रेन का अलवर जंक्शन पर ठहराव होगा. 20 सेकंड में ट्रेन ने अलवर जंक्शन को क्रॉस किया. जंक्शन की पासिंग लाइन से ट्रेन को निकाला गया. इस दौरान अलवर जंक्शन पर ट्रेन की रफ्तार से धूल का गुबार नजर आया. रात के समय आरपीएफ स्टाफ और चेकिंग स्टाफ सहित अन्य लोग मौजूद थे.
ट्रायल के दौरान रेलवे के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे तकनीकी स्टाफ के अलावा रेलवे के उच्च अधिकारी भी ट्रेन में सफर कर रहे थे. पहली बार अजमेर दिल्ली के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन दौड़ती नजर आई रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि 3 दिन के ट्रायल के बाद ट्रेन का संचालन शुरू हो जाएगा. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्रेन का उद्घाटन करेंगे.
ट्रेन में मिलेंगी प्लेन जैसी सुविधा : वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में चेन पुलिंग की कोई व्यवस्था नहीं है. स्टेशन आने पर मेट्रो की तरह अपने आप ट्रेन के दरवाजे खुलेंगे. तय समय के बाद दरवाजे बंद होंगे. दरवाजों पर सेंसर लगा हुआ है. दरवाजों के बीच में सामान या किसी व्यक्ति के आने पर दरवाजा स्वतः ही खुल जाएगा. साथ ही ट्रेन में आरामदायक सीटें हैं. जिन पर यात्रियों को सफल करने में थकान नहीं होगी. ट्रेन के सफर में यात्रियों को झटका नहीं लगेगा. यात्रा के दौरान सीट पर रखा पानी का गिलास नहीं गिरेगा.
स्पीड नहीं हुई अभी निर्धारित : रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि अजमेर दिल्ली के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस की रफ्तार क्या होगी. यह अभी निर्धारित नहीं है. ट्रायल के दौरान अलग-अलग रफ्तार पर ट्रेन को दौड़ा कर देखा जा रहा है. रात के अंधेरे के अलावा दिन के उजाले में भी ट्रेन का ट्रायल होगा. दिन के समय रेलवे ट्रैक के आसपास खासी भीड़ रहती है. ऐसे में रात-दिन के समय लगने वाले वक्त को भी चेक किया जाएगा. साथ ही आने वाली दिक्कतों को भी देखा जा रहा है.