बहरोड़ (अलवर). जखराना टोल प्लाजा पर मंगलवार की शाम दो दर्जन लोगों ने हमला कर जमकर तोड़फोड़ की और सीडीआर लेकर फरार हो गए. घटना की सूचना पर बहरोड़ सदर पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे मामले की जानकारी में जुट गई.
हेड कांस्टेबल शीशराम के मुताबिक मंगलवार की शाम को टोल प्लाजा पर टोल कर्मी काम कर रहे थे. इसी दौरान दो-तीन गाड़ियों में भरकर आए 20-25 लोगों ने लाठी-डंडों से हमला कर टोल प्लाजा पर तोड़फोड़ कर दी. अचानक हुए हमले के बाद टोल कर्मी अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागे, लेकिन हमलावरों ने कंट्रोल रूम के सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए.
पढ़ें : कृपाल जघीना की रिवॉल्वर बनी पहेलीः तीन अधिकारियों ने दिए अलग-अलग जवाब, गुत्थी सुलझाने में लगी पुलिस
हमलावरों ने सीडीआर के साथ-साथ अलमारी में रखे करीब 5 लाख रुपये भी ले गए. इस घटना के पीछे की वजह रास्ते को लेकर विवाद होना बताया जा रहा है. टोल प्लाजा से पहले गांव के बाहर से एक रास्ता निकल रहा है, जिस पर हरियाणा की ओर से वाहन निकल कर आते थे, लेकिन बाद में इस रास्ते को बंद करवा दिया गया था.
फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है. वहीं, इस मामले में जखराना सरपंच पर आरोप लग रहे हैं, जबकि सरपंच ने कहा कि इस मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है. राजीनीतिक द्वेषता के चलते मुझे फंसाया जा रहा है. टोल प्लाजा वालों ने ही दादागिरी कर रखी है. टोल से पहले नरेगा का रास्ता निकलता है, जिसको टोल वालों ने बंद कर रखा है. ग्रामीण अपने वाहनों से खेतों में जाते हैं तो उस नरेगा वाले रास्ते से ही जाते हैं. टोल वालों ने बेरिकेड्स लगाकर रास्ते को बंद कर रखा है. मेरी पुलिस प्रशासन से मांग है कि वो इस समस्या का समाधान निकाले.