अलवर. लॉकडाउन के कारण भले ही शराब की दुकानें 11 बजे तक खोलने की अनुमति है लेकिन अलवर में शराब कारोबारियों ने शराब बेचने के नए ठिकाने बना लिए हैं. मौका देख कर व्यापारी शराब की पेटियों को कच्ची बस्ती और मोहल्लों में बने अवैध ठिकानों पर ले जाकर बेचते हैं. अलवर में खुलेआम शराब बेचने के खेल का ईटीवी भारत ने पर्दाफाश किया है.
अलवर में लगता है शराब कारोबारियों में कार्रवाई का खौफ खत्म हो चुका है. जिले में आए दिन लॉकडाउन में शराब बेचने शराब की तस्करी करने, शराब एक जगह से दूसरी जगह पर ले जाने सहित कई तरह की शिकायतें मिलती हैं. बीते दिनों अलवर के दशहरा मैदान के पास पीछे के दरवाजे से रात के समय शराब बेचते हुए एक ठेका कर्मचारी को रंगे हाथ पकड़ा गया था. उसके बाद ठेके को 7 दिन के लिए सील कर दिया. प्रशासन की लगातार इस मुहिम से लोगों में दहशत है लेकिन उसके बाद भी खुलेआम शराब बिक्री का खेल चल रहा है.
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अलवर में शराब कारोबारियों ने तय समय सीमा के बाद शराब बेचने के लिए एक नया तरीका निकाला है. दुकान खुलते ही शराब के ठेकेदार शराब की पेटियों को अपने मोहल्ले के आसपास बनी ठिकानों पर लेकर जाते हैं. उसके बाद दिनभर खुलेआम शराब बेची जाती है. अलवर के रोड नंबर 2 स्थित एक ठिकाने पर शराब बिक्री का खेल ईटीवी भारत के कैमरे में कैद हुआ. कैमरे को देखते ही कर्मियों में हलचल मच गई.
पीछे दरवाजे से बेची जा रही शराब
जिले में सभी ठेकों पर इसी तरह का खेल चल रहा है. आबकारी विभाग लगातार शराब की बिक्री नहीं होने का दावा कर रहा है. प्रशासन की तरफ से लॉकडाउन के समय अवधि के बाद शराब में सामान बेचने वाले लोगों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. फिर भी प्रशासन की नाक के नीचे शराब ठेकेदार और कारोबारी खुलेआम शराब बिक्री का खेल खेल रहे हैं.
ग्रामीण क्षेत्रों में हालात और भी खराब है. सभी ठेके तय सीमा के बाद भी खुले रहते हैं. पीछे के दरवाजे और खिड़कियों से दिनभर शराब बेची जाती है लेकिन उसके बाद भी प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.