अलवर. सरिस्का से प्रदेश भर के लिए खुशी की खबर आई है. बाला किला बफर जोन में बाघिन एसटी19 दो नए शावकों के साथ नजर आई है. एसटी 19 ने बफर जोन में लंबे समय से डेरा जमा रखा है. यहां आने वाले पर्यटकों को बाघ-बाघिन की साइटिंग होती है. अब नए शावकों के आने के बाद सरिस्का में बाघों का कुनबा बढ़ गया है.
कैमरे को चेक किया तो पता चला : सरिस्का में अभी तक 28 बाघ, बाघिन और उनके शावक थे, लेकिन अब उनकी संख्या बढ़कर 30 हो चुकी है. बाला किला बफर जोन में बाघिन एसटी19 के साथ दो नए शावक नजर आए हैं. सरिस्का के सीसीएफ ऑफिस के पीछे लिवारी के जंगल में लगे कैमरों में बाघिन शावकों के साथ कैद हुई है, ये 6 जुलाई की तस्वीर है. रविवार को सरिस्का टीम ने कैमरों को चेक किया तब शावकों की जानकारी मिली. बाला किला बफर जोन में अभी बाघ st18, बाघिन एसटी19 और उसके दो शावक हैं. शावकों की संख्या अब बढ़कर 4 हो चुकी है. सरिस्का में एक उम्रदराज बाघ है, जो एंक्लोजर में बंद है.
पर्यटकों की संख्या भी बढ़ी : सरिस्का के सीसीएफ आरएन मीणा ने बताया कि साल 2012 में बाला किला बफर क्षेत्र के जंगल को अलवर वन मंडल से हटाकर से सरिस्का में शामिल किया गया था. इसके बाद से लगातार यहां बाघों की संख्या बढ़ रही है. इसका असर पर्यटकों की संख्या पर पड़ेगा. घूमने वाले लोगों को बाघों की साइटिंग होने लगी है. सरिस्का में लगातार बाघों का कुनबा बढ़ रहा है.
4 गांव हुए विस्थापित : सरिस्का के अधिकारियों ने बताया कि अब तक सरिस्का जंगल क्षेत्र में बसे 4 गांव पूरी तरह से विस्थापित हो चुके हैं. वहीं, पांचवे गांव को विस्थापन करने की प्रक्रिया चल रही है. उसमें करीब 250 घर हैं, वो भी जल्द ही विस्थापित कर दिए जाएंगे.