राजगढ़ (अलवर). जिले के राजगढ़ थाना पुलिस ने नकबजनी के खिलाफ शुक्रवार को कार्रवाई करते हुए एक बड़ी सफलता हासिल की. इसके तहत क्षेत्र सहित अन्य नकबजनी की वारदातों को अंजाम देने वाले तीन नकबजनों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
थानाधिकारी हरिसिंह धायल ने बताया कि 5 जनवरी को माचाडी निवासी महेश चंद पुत्र सूरज प्रसाद और ओमप्रकाश पुत्र मोहनलाल सैनी ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि माचाडी गांव स्थित उनकी परचून की दुकान से अज्ञात चोर पीछे की दीवार तोड़कर परचून का सामान और नगदी चोरी कर ले गए.
पढ़ें- शर्मनाकः अलवर में कचरे के ढेर में मिला नवजात बच्चे का शव
इस पर जिला पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख की ओर से चोरी और नकबजनी की वारदातों के खुलासे के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण विशनाराम बिश्रोई के निर्देशन में डीएसपी अंजली अजीत जोरवाल के निकटतम सुपरविजन में टीम का गठन किया गया. टीम की ओर से पूर्व में चालान शुदा आरोपियों और संदिग्ध लोगों पर नजर रखी गई.
इस दौरान साइक्लोन सेल अलवर टीम की मदद से सायपुर पाखर मंडावर निवासी रमेशचंद पुत्र भीमसिंह मीना, शिवदयाल पुत्र राजेन्द्र कुमार मीना और हाल मंडावर निवासी जयसिंह पुत्र बाबूसिंह राजपूत को संदिग्ध पाए जाने पर गहनता से पूछताछ की गई, जिस पर उक्त आरोपियों ने वारदात करना स्वीकार किया.
पढ़ें- अलवरः प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना के तहत शिविर का आयोजन
थानाधिकारी हरिसिंह ने बताया कि आरोपियों की ओर से अलवर, दौसा और भरतपुर में करीब 12 से अधिक नकबजनी और चोरी की वारदात करना भी स्वीकार किया है. वारदात करने से पूर्व उक्त आरोपी दिन में मोटरसाईकिल से रैकी करते है और उसके बाद नकबजनी की वारदात को अंजाम देते थे.
वहीं, आरोपी शिवदयाल और रमेश के विरुद्ध चोरी और मारपीट के प्रकरण दर्ज है. साथ ही माचाडी में की गई परचून की दुकान से नकबजनी का माल बरामद कर लिया गया है और अन्य वारदातों में चोरी किए गए माल के बरामदगी के प्रयास जारी है.