रामगढ़ (अलवर). खेरली थाना क्षेत्र के अलवर-भरतपुर सीमा पर अलीपुर मोड़ के पास लॉकडाउन के दौरान पुलिस द्वारा लगाई गई नाकेबंदी को रात में टाटा 407 गाड़ी में सवार बदमाश तोड़ कर भाग गए. साथ ही इस दौरान अलीपुर नाके पर बदमाशों द्वारा फायरिंग भी की गई. नाकेबंदी के दौरान तैनात पुलिसकर्मियों के पास सुरक्षा के नाम पर सिर्फ लाठी ही थी, जिसके कारण पिकअप चालक को रोकने के लिए वे इन्हें लहराते ही रह गए. इसके कारण बेखौफ होकर बदमाश आसानी से भाग निकले, लेकिन बदमाशों द्वारा नाकेबंदी तोड़ने के बावजूद भी पुलिस ने उनका पीछा नहीं किया और फायरिंग होने से इनकार करती रही.
जानकारी के अनुसार रात करीब 10 बजे अलीपुर मोड़ पर बैरियर लगाकर पुलिसकर्मी प्रत्येक आने-जाने वाले वाहनों की चेकिंग कर रहे थे. इस दौरान एक टाटा 407 गाड़ी तेजी से बैरियर को तोड़ कर निकल गई. गाड़ी के नहीं रुकने पर इसकी सूचना अलीपुर मोड़ पुलिस नाके को दी गई. सूचना मिलते ही पुलिसकर्मी अलर्ट हो गए. इसके बाद टॉर्च और लाठियों से पुलिस कर्मी द्वारा ड्राइवर को रोकने का इशारा किया गया, लेकिन बदमाशों द्वारा पुलिस पर फायर करते हुए तेज गति से गाड़ी भगा ले गए. आगे आने वाले टोल संचालक विकास चौधरी ने बताया कि रात करीब 10:15 बजे पुलिस नाके की तरफ फायरिंग की आवाज सुनी, जिसके बाद सभी टोल कर्मियों को अलर्ट कर दिया गया.
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इस दौरान हरियाणा नंबर की पिकअप तेजी से आई और टोल नाके के बैरियर तोड़कर पिकअप भगा ले गए. उसे रोकने की कोशिश की. वह गाड़ी पथैना गांव की तरफ निकल गई. वहीं नाका पुलिस ने इसकी सूचना भुसावर पुलिस को दी, लेकिन पिकअप वहां पहुंचने से पहले ही गांवों में के किसी रास्ते से पार हो गई. इस मामले में पुलिस को गाड़ी के नंबर के बारे मे भी कोई जानकारी नहीं लग पाई है, लेकिन घटना के पीछे गौ तस्करी या शराब तस्करी से जुड़े लोगों के हाथ होने का अनुमान है. खेरली पुलिस ने फायरिंग होने की घटना से इनकार करते हुए केवल पुलिस बैरिकेड तोड़ने की बात कही है.