अलवर. देश-विदेश में अपनी खास पहचान रखने वाला प्रदेश का सिंहद्वार अलवर अब स्पोर्ट्स व वाटर एक्टिविटी के लिए भी देश भर में अपनी अलग पहचान रखेगा. अलवर की सिलीसेढ़ झील के पास जल्द ही देशी विदेशी पर्यटकों को एडवेंचर एक्टिविटीज का आनंद मिल सकेगा. अलवर आने वाले सैलानी एडवेंचर के साथ ही वाटर एक्टिविटी का भी आनंद ले सकेंगे.
अलवर में सरिस्का टाइगर रिजर्व, सिलीसेढ़ झील, पाण्डुपोल, भर्तृहरिधाम सहित अनेक पर्यटन स्थल हैं. साल भर यहां लाखों देशी-विदेशी पर्यटकों का मजमा लगा रहता है. घूमने के शौकीनों का एक अहम ठिकाना सिलीसेढ़ झील है. योजना ये है कि यहां आने वाले सैलानियों के रोमांच में और इजाफा किया जाए. 2019 में ही अलवर यूआईटी की तरफ से एक करोड़ 15 लाख रुपए की लागत से सिलीसेढ़ झील की पाल का सौंदर्यीकरण कार्य कराया गया था.
यूआईटी की योजना इससे आगे की है. सिलीसेढ़ झील पर एडवेंचर एक्टिविटी को शामिल करने की. इसमें यूआईटी, पीडब्ल्यूडी, सिंचाई, यूआईटी एवं अन्य विभाग मिलकर काम करेंगे. जल्द ही यूआईटी की तरफ से टेंडर जारी किए जाएंगे. सिंचाई विभाग व अन्य सरकारी विभागों की तरफ से भी एनओसी जारी कर दी गई है.
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इन एडवेंचर स्पोर्ट्स की हो रही बात- एडवेंचर एक्टिविटी के तहत सिलीसेढ़ में 100 मीटर लंबी जिप लाइन बनेगी, 25 मीटर लंबाई में स्काई साइकिल व जिप साइकिल, मल्टीपल एडवेंचर गतिविधि प्लेंक टू प्लेंक, लॉग टू लॉग, हैंगिंग टनल, स्वीमिंग टायर्स, ट्रांसवर्स नेट, क्लाइंब हॉल टू हॉल, स्वीमिंग एक्स, जिग जैग प्लेंक्स, नेट क्रॉस, वायर ब्रिज, पोस्टमैन वॉक, हैंगिंग बोर्ड क्लाइंब, हैंगिंग टायर्स, पैरेलल रोप क्रॉसिंग, वुडन क्लाइंबिंग वॉल आदि एडवेंचर गतिविधि शुरू करने का प्लान है. इस तरह का एडवेंचर की सुविधा देश में कुछ जगहों पर उपलब्ध है. विदेशों में इस तरह के एडवेंचर की सुविधा मिलती है.
फायदे में रहेंगे सब- प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि एडवेंचर गतिविधियों से होने वाली आय में 50 प्रतिशत हिस्सा सिंचाई विभाग एवं 50 फीसदी यूआईटी का रहेगा. यह प्रोजेक्ट 10 साल के बीओटी आधार पर ठेके पर दिया जाएगा. एडवेंचर गतिविधियों के दौरान सुरक्षा के उपाय ठेका कम्पनी को करने होंगे एवं सुरक्षा की जिम्मेदारी भी उसी की होगी. विशेषज्ञों की राय है कि सिलीसेढ़ में एडवेंचर गतिविधियां शुरू होने से अलवर फायदे में रहेगा. इससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा. इको टूरिज्म को बढ़ावा मिल सकेगा. पर्यटकों की संख्या बढ़ने से होटल इंड्रस्ट्री सहित सभी को फायदा मिलेगा.