अलवर. जिले का सरिस्का पूरी दुनिया में अपनी विशेष पहचान रखता है. 886 वर्ग किलोमीटर एरिया में फैले सरिस्का में हजारों वन्यजीव हैं. बाघों के लिए सरिस्का को सबसे बेहतर जगह माना गया है. सरिस्का में बाघों की मौत के मामले आए तो यहां बाघों के कुनबे में भी बढ़ोतरी हुई है.
लॉकडाउन के दौरान सरिस्का को बंद किया गया है. 8 जून से सरिस्का को आम पर्यटकों के लिए खोला गया है, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते कम पर्यटक अलवर पहुंच रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ सरिस्का को फिर से बंद करने की तैयारी चल रही है. मानसून सीजन में एक जुलाई से 30 सितंबर तक सरिस्का बंद रहेगा. ऐसे में पर्यटकों को निराशा मिलेगी.
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नहीं मिला है कोई आदेश
हालांकि, बीते साल से मानसून सीजन के सरिस्का के एक जॉन को चालू रखा गया था. लेकिन अभी तक सरिस्का के अधिकारियों को इस संबंध में कोई आदेश नहीं मिले हैं. बता दें कि जबतक नए आदेश नहीं मिलेंगे, सरिस्का लोगों के लिए बंद रहेगा.
वन्यजीवों की हुई है गणना
जानकारी के अनुसार सरिस्का में वन्यजीव की गणना भी हाल ही में हुई है और इसका अभी रिपोर्ट आना बाकी है. वन्यजीव गणना एनटीसीए के निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार होती है. उसके लिए विशेष पद्धति काम में ली जाती है और उसका समय निर्धारित है. हालांकि, अभी तक उसकी रिपोर्ट नहीं आई है. लेकिन यह साफ है कि सरिस्का में लगातार वन्यजीव की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है.