अलवर. राजस्थान के अलवर जिले के सरिस्का बाघ परियोजना में अबकी बार पर्यटक बड़ी संख्या में सरिस्का घूमने के लिए आए. पर्यटकों को बाघों की भी जबरदस्त साइटिंग हुई. ऐसा पहली बार हुआ है कि गर्मियों के दिनों में टूरिस्टों को टाइग्रेस दिखाई दिए. पश्चिमी विक्षोभ भी अबकी बार सरिस्का के लिए फायदेमंद रहा. मई-जून के महीने में सरिस्का जंगल में सावन जैसी हरियाली हो गई, जो पर्यटकों को काफी पसंद आई.
सरिस्का प्रशासन के द्वारा बेहतर व्यवस्था की गई. जंगल सफारी के नए रूटों का विकल्प भी आने वाले समय में सरिस्का के लिए बेहतर साबित होगा. हालांकि, अभी तक नए रूट को सरकार प्रशासन व एनटीसीए की अनुमति नहीं मिली है. सरिस्का के अधिकारियों ने कहा कि आने वाले दिनों में देश ही नहीं विदेशों से भी पर्यटको की पहुंचने की उम्मीद है. सरिस्का में इस समय 28 बाघ, बाघिन व शावक हैं. यहां आने वाले पर्यटकों को प्रतिदिन बाघों के पास से पैंथर व अन्य वन्यजीव की भी जमकर साइटिंग हो रही है.
पढ़ें : अलवर-जयपुर सड़क मार्ग पर पहुंची बाघिन ST-9, सरिस्का प्रशासन के फूले हाथ पैर, रोकना पड़ा ट्रैफिक
पहली बार रणथंभौर की तरह सिरस्का में भी बाघ शिकार करते हुए दिखाई दे रहे हैं तो बाघों के अलावा पैंथर व अन्य वन्यजीवों की पर्यटकों का आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. हालांकि, सरिस्का में अभी तक भालू सेट नहीं हुए हैं व लगातार जंगल से बाहर आबादी की तरफ जा रहे हैं. वहीं, पर्यटकों को भी भालू की साइटिंग नहीं हुई है. भालू की साइटिंग के लिए पर्यटकों को अभी खासा इंतजार करना पड़ सकता है. सरिस्का प्रशासन ने कहा कि भालू की साइटिंग के लिए अलग से रूट बनाए जाएंगे.