अलवर. जिले के सरस डेयरी के प्लांट की क्षमता जल्द ही बढ़ाई जाएगी. डेयरी प्रशासन की ओर से इस दिशा में काम शुरू हो चुका है. वहीं, प्लांट की क्षमता बढ़ने के बाद डेयरी तीन लाख लीटर दूध ले सकेगी.
जानकारी अनुसार अभी डेयरी में डेढ़ लाख लीटर दूध स्टोर करने की क्षमता है. बता दें कि सरस डेयरी का दूध अलवर के अलावा दिल्ली सहित एनसीआर के सभी शहरों में सप्लाई होता है. डेयरी दूध के प्लांट की क्षमता करीब डेढ़ लाख लीटर है लेकिन सर्दी के मौसम में ढाई से तीन लाख लीटर दूध अलवर सरस डेयरी में विभिन्न समितियों का आता है. इसके साथ ही दूध की डिमांड भी ज्यादा रहती है.
स्टोरेज क्षमता कम होने के कारण डेयरी में दूध स्टोर करने में खासी दिक्कत होती है. ऐसे में डेयरी प्रशासन की तरफ से राज्य व केंद्र सरकार को कई प्रस्ताव बनाकर भेजे गए थे. इसी बीच नए प्लांट के प्रस्ताव को मंजूरी मिल चुकी है. ऐसे में अलवर सरस डेयरी में जल्द ही प्लांट की क्षमता बढ़ाई जाएगी. इसके लिए एक नया प्लांट बनाया जाएगा. वहीं, नए प्लांट के बनने के बाद अलवर सरस डेयरी पर तीन लाख लीटर दूध स्टोर हो सकेगा.
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सरस डेयरी का दूध व घी गुणवत्ता में दूसरी डेयरी से बेहतर होता है. इसीलिए अलवर डेयरी का दूध दिल्ली कैंट में सेना को भी सप्लाई होता है. इसके अलावा अलवर में भी सेना के लिए अलग से दूध की पैकिंग की जाती है. दिल्ली के अधिकारियों की माने तो अलवर में करीब 2700 दूध समिति रजिस्टर्ड है लेकिन इनमें से अभी केवल 1500 काम कर रही हैं.
बीच में भरतपुर के नगर रूट के दूध में मिलावट की शिकायत के बाद इस रूट की सप्लाई को बंद कर दिया गया था लेकिन समितियों की मांग पर फिर से भरतपुर के नगर रूट को खोल दिया गया है. जिसके बाद सभी समितियों का भुगतान पूरा कर दिया गया है. इसके साथ ही शादियों के सीजन के चलते अलवर सरस डेयरी इस समय मुनाफे में चल रही है.