मुण्डावर (अलवर). जिले के मुण्डावर में सरकारी नौकरी में प्रोन्नति मामले में आरक्षण लागू नहीं किए जाने का मामला तूल पकड़ने लगा है. इसको लेकर एससी, एसटी समाज से जुड़े कई संगठनों ने विरोध जताना शुरू कर दिया है. इसी के चलते मेघवाल विकास समिति, मीना समाज और अल्पसंख्यक समाज के कई संगठनों के कार्यकर्ताओं ने बैठक का आयोजन किया.
पढ़ें- अलवर में बेकाबू भीड़ का तांडव! अपहरणकर्ताओं को जमकर पीटा, पुलिस पर भी पथराव-आगजनी
इस दौरान कार्यकर्ताओं ने मुख्य बाजार से रैली निकालते हुए उपखंड कार्यालय में तहसीलदार सूर्यकान्त शर्मा को राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. इस दौरान कस्बे में बाजार खुले रहे. जिससे भारत बंद का असर मुण्डावर में देखने को नहीं मिला. बैठक का आयोजन तहसील रोड स्थित अम्बेडकर भवन में हुआ.
वहीं, बैठक में मेघवाल विकास समिति के ब्लॉक अध्यक्ष वीरसिंह मेहरा मोर्चा ने कहा कि जब से केंद्र में भाजपा की सरकार बनी है. तब से न्यायपालिका से साठ-गाठ कर दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों के आरक्षण को खत्म करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है. बहुजन समाज आंदोलन के बल पर इस षड्यंत्र को कुचलने का काम किया है. आगे भी आरक्षण खत्म करने वाली शक्तियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. आरक्षण कोई खैरात नहीं है बाबा साहब का दिया हुआ संवैधानिक अधिकार है.
मीना समाज के अध्यक्ष भजनलाल मीना ने कहा कि जाति और पार्टी से ऊपर उठकर संविधान और आरक्षण बचाने के लिए शांतिपूर्ण तरीके से रैली निकालकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया है. बसपा के ब्लॉक अध्यक्ष जयसिंह जिंदल ने कहा कि आरक्षण को खत्म करने वालो जाति खत्म करने का काम करो हम आरक्षण छोड़ने का काम करेंगें. जब तक जाति व्यवस्था रहेगी तब तक आरक्षण रहेगा.
पढ़ें- अलवर में दहेज की बलि चढ़ी नवविवाहिता, शादी के 2 महीने बाद फांसी लगाकर की आत्महत्या
इस दौरान शांति व्यवस्था के लिए थानाधिकारी निरंजनपाल सिंह मय जाब्ता मौजूद रहा. साथ ही पूर्व प्रधान तारादेवी, रोहिताश्व थानेदार, माडूराम, रोहिताश्व हवलदार, अमीलाल, शमशेर भीखावास, राजेन्द्र, सुनील सांवरिया, हीरालाल, नेमीचंद, खेमचंद, एडवोकेट मदनलाल, डॉ. दलीप सहित अनेक लोग उपस्थित रहे.